सोशल मीडिया पर मिली जुली प्रतिक्रिया

फातिमा के साथ उनके भाई और हिदू नेता भी मौजूद थे। शिव मंदिर में फातिमा और उनके पति ने भगवान भोलेनाथ पर दूध चढ़ाया। उनकी यह तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई, जिस पर यूजर्स ने टिप्पणियां भी कीं। Twiiter अकाउंट सिधी-अजरक ने तस्वीर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह की तस्वीर देखकर खुशी हुई। वहीं, कुलसुम मुगल नाम के एक Twiiter यूजर ने पूछा, इस रस्म का क्या मतलब है।

त्रासदियों का शिकार रहा है यह परिवार

भुट्टो परिवार का पाकिस्तान की राजनीति में दबदबा रहा है, लेकिन त्रासदियों से भी यह प्रभावित रहा है। जुल्फिकार अली भुट्टो को सैन्य तख्तापलट के बाद 4 अप्रैल 1979 को सैन्य तानाशाह जिया उल हक ने फांसी दे दी थी। उनकी सबसे बड़ी बेटी बेनजीर भुट्टो की दिसंबर 2007 में रावलपिंडी में हत्या कर दी गई थी। सितंबर 1996 में क्लिफ्टन में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनके भाई मुर्तजा भुट्टो को भी पुलिस ने मार डाला था।