Ayushman Yojna: 5 मरीज भर्ती कराओ गाड़ी मुफ्त ले जाओ, इंडेक्स हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन निरस्त ; लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल सहित इन पर कार्यवाही जारी
आयुष्मान कार्डधारी मरीजों को चिह्नित करने के बाद उनसे कहा जाता है कि उन्हें उपचार के लिए इंदौर आकर अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा।
उपचार पूरी तरह से निश्शुल्क रहेगा लेकिन कुछ औपचारिकताएं करनी होंगी। निश्शुल्क उपचार के लालच में मरीज इंदौर आकर अस्पताल में भर्ती तो हो जाते हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता होता कि उन्हें वास्तव में क्या बीमारी है और अस्पताल उनके उपचार के नाम पर शासन से कितना पैसा वसूल कर रहे हैं? इलाज के नाम पर मरीजों को लंबे समय तक अस्पताल की आइसीयू में भर्ती दिखाया जाता है।
अस्पताल का पंजीयन निरस्त हो चुका है
आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़े की शिकायत के बाद पिछले दिनों भोपाल से आई टीम ने इंदौर के कुछ अस्पतालों का निरीक्षण किया था। इसमें कई खामियां सामने आई थीं।
आरंभिक जांच में यह बात सामने आई थी कि इन निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान कार्डधारी मरीजों को निश्शुल्क इलाज के नाम पर जबरन आइसीयू में भर्ती रखा जाता है।
आयुष्मान योजना में हर बीमारी के लिए एक कोड होता है। मरीज को भर्ती करते वक्त अस्पताल को मरीज की जानकारी पोर्टल पर देनी होती है। इसमें बीमारी का कोड भी देना होता है।
अस्पताल में भर्ती मरीज को इस कोड की कोई जानकारी नहीं होती। अस्पताल इसी का फायदा उठाते हैं। मामूली बीमारी से पीड़ित आयुष्मान कार्डधारी को भी गंभीर बताकर इलाज किया जाता है।
स्वास्थ्य विभाग ने इंडेक्स अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया जबकि लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल का पंजीयन निरस्त करने की तैयारी कर ली है। लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल और मालवा अस्पताल तो फर्जीवाड़े में दूसरे अस्पतालों से एक कदम आगे निकले। इन दोनों अस्पतालों ने पांच मरीज भर्ती कराने पर लकी ड्रा के माध्यम से दुपहिया वाहन देने की घोषणा तक कर दी थी।
बात करने से बचते रहे अस्पताल के डायरेक्टर जैन
मीडिया ने लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल के डायरेक्टर डा. आनंद जैन से उनका पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन वे बात करने से बचते रहे। रिपोर्टर अस्पताल भी पहुंचे।
वहां मिले कर्मचारी ने मोबाइल पर डा. जैन से बात कराने की कोशिश की लेकिन नईदुनिया का नाम सामने आते ही उन्होंने काल काट दिया। अस्पताल के मैनेजर डा. इरफान खान से बात कर अस्पताल का पक्ष रखने को कहा, लेकिन उन्होंने कहा कि इस बारे में सिर्फ डा. जैन ही बात करेंगे। डा. जैन के मोबाइल नंबर पर मैसेज भी किया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया
जांच कर रहे
लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल को लेकर इस तरह की शिकायतें मिली हैं। आयुष्मान योजना में भी गड़बड़ी हुई है। हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं। इसकी रिपोर्ट वरिष्ठों को भेजी जाएगी।
-डा. प्रदीप गोयल, सिविल सर्जन इंदौर
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