मामा के राज में भांजियों की यह दशा
जबलपुर. जिले के चरगवां क्षेत्र स्थित शासकीय स्कूल में बच्चों को पालक इस उम्मीद से शाला भेजते हैं कि उनके बच्चे पढ़.लिखकर कुछ बन जाएं। लेकिन गंगई स्थित इस शासकीय माध्यमिक शाला के बच्चों को अध्ययन के साथ ही साथ बाथरूम की सफाई भी करनी पड़ती है।
स्कूल में करना पड़ रही शौचालय तक की सफाई
प्राप्त जानकारी के मुताबिक शाला प्राचार्य संतोष तिवारी ने सारे नियम. कायदों को ताक पर रखते हुए शाला में अध्ययनरत बच्चों से सप्ताह में एक दिन बाथरूम की सफाई करने की बात कही है। बच्चों ने शाला प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें डरा.धमका कर उक्त कार्य करने बाध्य किया जा रहा हैए जो वे करना नहीं चाहते हैं। इस प्रतिनिधि से उन्होंने सवाल किया कि वे शाला किस लिए आते हैं
क्या शिक्षा विभाग के पास है इस सवाल का जवाब
’विशाखा ने सुनाई स्कूल की आपबीती’
विशाखा ने बताया की स्कूल के प्राचार्य एवं मेडम उनसे हर हफ्ते बाथरूम ब्रस और झाड़ू से साफ करबाते है साथ ही और भी बच्चियों से पानी नल से भरवाकर लेट बाथ मे डलवाते है लेकिन ये बात हमने आपको बताना चाही तो नीलू मेडम आँख दिखाकर डरवा रही थी इसलिए हमलोग आपको सच बता नही पा रहे थे क्योंकि हमलोग डर गए थे लेकिन आज जब संबाददाता छात्रा के घर पहुँचे तो उन्होंने ये बात छात्रा के पिता राजू सेन से पूछी तो उन्होंने कहा कि मुझे ऐसी कोई जनकारी नही है उन्होंने जब विशाखा को वुलाया और पूछा तो विशाखा ने पूरा स्कूल का ये बाक्या सुनाया और नीलू मेडम कहा की अगर ये बात किसी को बताई तो तुमको स्कूल से निकाल दिया जाएगा।
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