विधायक संजय पाठक के विधानसभा में स्थानीय लोगों रोजगार, जमीन के मुद्दे को उठाने के बाद हरकत में आया शासन प्रशासन, 11 मार्च को कलेक्ट्रेट में अहम बैठक
कटनी। विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक के विधानसभा प्रश्न के बाद शासन प्रशासन हरकत में आया है। तमाम मांगों को लेकर 11 मार्च को कलेक्ट्रेट में अहम बैठक रखी गई है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधायक संजय पाठक ने विजयराघवगढ़ विधानसभा में एसीसी कंपनी कैमोर,अमेहटा एवं सेल इंडिया गैरतलाई के द्वारा स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता न दिए जाने व बड़ी संख्या में किसानों की जमीन को बिना अधिग्रहण किए सालों से कब्जा कर बहुमूल्य खनिज का दोहन किए जाने तथा जिन जमीनों का लगान किसान जमा कर रहे हैं उनको भी बाढ़ लगाकर उनको उनकी जमीन में जाने से रोक दिए जाने, एवं स्थानीय मजदूरों की जगह प्रदेश के बाहर के 3300 मजदूरों बुला कर बिना पुलिस वेरिफिकेशन न कराने का मुद्दा ध्यानाकर्षण सूचना प्रश्न क्रमांक 285 के माध्यम से उठाया था।
जिस पर विभागीय मंत्री औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने स्थानीय लोगों को प्लांट में 70 प्रतिशत से अधिक स्थानीय श्रमिकों को सुनिश्चित करने कटनी के पठरा क्षेत्र में खुले में फेंकी जा रही ये फ्लाई ऐश सहित अन्य विषयों को हल करने के लिए स्थानीय विधायक के रूप में संजय सत्येन्द्र पाठक साथ जिला प्रशासन के अधिकारी एवं कंपनी के अधिकारी चर्चा कर हल करने हेतु 11 मार्च 11:30 से बैठक बुलाई गई है । जिससे इन विषयों का हल निकलने की उम्मीद है।
ग्राम पंचायतों के तहसील परिवर्तन का भी उठा मुद्दा
इसी तरह विधानसभा के सत्र के दौरान विजयराघवगढ़ विधानसभा के अंतर्गत आने वाली विजयराघवगढ़ तहसील की आठ पंचायतों के निवासियों को तहसील संबंधित छोटे छोटे कार्यों के लिए तहसील मुख्यालय आने जाने ले लिए सड़क मार्ग से 50 से 60 किलोमीटर तक का चक्कर लगाना पड़ता है जबकि उनके गांव से बाजू की बरही तहसील मुख्यालय 15 से 20 किलोमीटर है इस विसंगति को दूर करने के सम्बन्ध में विधायक संजय पाठक द्वारा जनता की तकलीफों को दूर करने हेतु विधानसभा सत्र के दौरान ध्यानाकर्षण प्रश्न के माध्यम से इन ग्राम पंचायतों की तहसील परिवर्तन किए जाने का सवाल उठाया था जिसपर विभागीय मंत्री द्वारा सदन में कार्यवाही का आश्वासन दिया था ।
विजयराघवगढ़ तहसील की आठ पंचायतें लखनपुरा,इटमा,इटौरा, महानदी हरदुआ, कुटेश्वर तिमुआ,उबरा, गैरतलाई ,जाजारोड़ा, की वास्तविक दूरी अपने तहसील मुख्यालय से दूर है इनके निवासियों को किसी भी कार्य के लिए बरही होते हुए विजयराघवगढ़ जाना पड़ता है, जबकि बरही तहसील उनके गावों से बहुत पास है ये पूर्व की विसंगति के कारण है विधानसभा में मुद्दे के उठाए जाने के बाद अब इन ग्रामों के तहसील मुख्यालय परिवर्तन की उम्मीद है ।