छात्राओं के साथ यौन शोषण मामले की जांच करने बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो डिंडौरी पहुंचे
डिंडौरी के मिशनरी स्कूल जुनवानी में नाबालिक आदिवासी छात्राओं के साथ यौन शोषण मामले की जांच करने बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो सोमवार की रात ही डिंडौरी पहुंच गए थे।
इस मामले में पादरी को बचाने के भी आरोप पुलिस पर शुरुआती दौर से ही लग रहे हैं। पादरी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उस पर शुरुआती दौर पर ही यौन शोषण के गंभीर आरोप थे, उसके बाद से ही उसे लगातार बचाने का प्रयास किया जा रहा है। हिंदूवादी संगठनों के साथ आदिवासी समाज के लोग भी इस मामले में खुलकर सामने आ रहे हैं। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा मिशनरी स्कूल का समर्थन करने को लेकर भी आरोप-प्रत्यारोप के दौर चल रहे हैं। इस मामले में संबंधित संस्थान का पंजीयन निरस्त करने के साथ स्कूल भवन भी गिराने की मांग की जा रही है।
उधर मंगलवार को सुबह बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष द्वारा जनपद मुख्यालय समनापुर के सामुदायिक भवन में पहुंचकर पीड़ित छात्राओं और उनके परिजनों से मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें आवश्यक सुरक्षा मुहैया कराने के दिशा निर्देश भी दिए। सभी छात्राओं को आर्थिक सहायता भी 10-10 हजार रुपये दी गई है। बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष जुनवानी के मिशनरी स्कूल भी पहुंचकर उनके द्वारा अन्य छात्राओं से भी चर्चा की जा रही है।