MLA संजय पाठक ने विधानसभा में उठाया कटनी में मेडिकल और इंजीनियरिंग कालेज का मामला
कटनी । MP विधानसभा के बजट सत्र में आज विधायक संजय पाठक ने कटनी में मेडिकल कालेज तथा इंजीनियरिंग कालेज के मामला उठाते हुए इस पर त्वरित निर्णय की मांग विधानसभा अध्यक्ष के माध्यम से सरकार से की।
श्री पाठक ने कहा कि किसी भी जिले या नगर के सर्वांगीण विकास में उद्योगों के साथ ही गुणवत्तापूर्ण तकनीकी उच्चशिक्षा एवं स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाओं वाले संस्थानों जिनमें मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज की बड़ी भूमिका होती है कटनी जिला वर्षो से इन छोटे बड़े उद्योगों के लिए जाना जाता रहा है इन उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए समर्पित, गुणवत्तापूर्ण, टेक्नो मैनेजमेंट एवं इंडस्ट्री रेडी वर्क फोर्स तैयार करने एवं कटनी जिले एवं आसपास के पन्ना, उमरिया, मैहर से लगे क्षेत्र के निवासी स्वास्थ्य जरूरतों इलाज के लिए कटनी आते है ।
इन्हीं सभी विषयों एवं कटनी के लिए जरूरी आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक द्वारा आज विधानसभा में ध्यानाकर्षण के माध्यम से सवाल लगाया उन्होंने सदन में विभागीय मंत्री से कटनी में मेडिकल एवं इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापना के सम्बन्ध में सवाल उठाते हुए कहा की कटनी जिला राजस्व के मामले में पूर्व से ही प्रदेश में प्रमुख स्थान रखता है।
उन्होंने सदन को बताया कि यह एक प्रमुख रेल्वे जंक्शन व सड़क मार्ग से आसपास के जिलों से जुड़ा हुआ है जहां से हजारों लोग अपनी नियमित जरूरतों के साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी इलाज के लिए कटनी आते है पर कटनी में एक मात्र शासकीय चिकित्सायालय व सुविधाएं कम होने से अक्सर अच्छे इलाज के लिए मरीजों को जबलपुर मेडिकल कॉलेज या अन्य जगहों पर जाना पड़ता है।
विधायक संजय पाठक ने कहा कि कटनी मेडिकल कालेज खुलता है तो कटनी सहित आसपास 10 से अधिक जिलों के बच्चों को को मेडिकल शिक्षा भी प्राप्त करने दूसरे बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा।
लिहाजा रोजगार मुखी गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए पारंपरिक और पुरानी शिक्षण पद्धति को छोड़कर नई एवं विश्वस्तरीय तकनीकी शिक्षा पाने के लिए उत्साहित एवं बेताब छात्रों के इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जाए।
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज व मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग लगातार पूर्व में भी जनप्रतिनिधियों व आम जनता द्वारा भी उठाई जाती रही है मांग पूरी न होने से कटनी में रोष की स्थिति है।
उल्लेखनीय है कि कटनी में प्राइवेट पार्टनरशिप मेडिकल कॉलेज प्रस्तावित है लेकिन तमाम संगठनों की मांग है कि पीपीपी मॉडल से कालेज में भारी भरकम फीस देना पड़ेगी। अतः शासकीय मेडिकल कॉलेज ही उपयुक्त होगा।
उधर इस मसले पर विभागीय मंत्री इस ध्यानाकर्षण का जवाब देते उसके पूर्व ही विपक्ष द्वारा हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई ।