Ladli Laxmi Yojna: लाड़ली लक्ष्मी योजना से जोड़ी जाएंगी अनाथ बालिकाएं
Ladli Laxmi Yojna भोपाल। प्रदेश में अनाथ बालिकाओं को भी लाड़ली लक्ष्मी योजना से जोड़ा जाएगा। राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक लाड़ली लक्ष्मी दिवस का आयोजन होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना की समीक्षा करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने मंत्रालय में लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 की समीक्षा करते हुए कहा कि अनाथ बालिकाओं को भी लाड़ली लक्ष्मी योजना में जोड़ा जाये एवं राज्य, जिला, ब्लॉक, ग्राम पंचायत स्तर पर लाड़ली लक्ष्मी दिवस का आयोजन किया जाये। pic.twitter.com/zIwwxHyqlJ
मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 वर्ष के ऊपर की लाड़ली लक्ष्मी को ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएं। लाड़ली बालिकाओं के शासकीय-अशासकीय मेडिकल, इंजीनियरिंग, आइआइटी, आइआइएम में प्रवेश पर पढ़ाई का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। कालेज में प्रवेश पर उसे 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस सहित महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खाद वितरण को लेकर कलेक्टरों को निर्देश
रबी फसलों के लिए यूरिया की मांग तेजी से बढ़ रही है। केंद्र सरकार से आपूर्ति भी हो रही है, पर जिलों में वितरण की आंतरिक व्यवस्था ठीक न होने की वजह से विक्रय केंद्रों पर भीड़ लग रही है। खाद की वितरण व्यवस्था की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कलेक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि किसानों में वितरण व्यवस्था पर ध्यान दें। किसानों में असंतोष नहीं होना चाहिए। कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने सतना, श्योपुर, सागर, शहडोल, अशोक नगर, शिवपुरी, रीवा और मुरैना कलेक्टर से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से खाद वितरण व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। सभी कलेक्टर प्रशासकीय क्षमता का उपयोग करते हुए खाद वितरण व्यवस्था को सुनिश्चित करें। एक जगह पर खाद वितरण के लिए किसानों की भीड़ न बढ़ाएं। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव अजीत केसरी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।