जब सीएम शिवराज ने राष्ट्रपति से मांगी मास्क उतारने की अनुमति
जबलपुर। आॅल इंडिया ज्यूडिशियल एकेडमीज डायरेक्टर्स रिट्रीट कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मास्क को लेकर असहज दिखें और यह बात उस वक्त सामने आई जब सीएम ने राष्ट्रपति से मास्क उतारने की अनुमति मांगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि आत्म का सुख न्याय से इसलिए जब तक न्याय नहीं मिलता है तब तक सुख प्राप्त नहीं होता है।
भारत की न्यायपालिका सर्वोच्च है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत की न्यायपालिका सर्वोच्च है। उन्होंने नीरव मोदी का उदाहरण देते हुए कहा कि लंदन की कोर्ट में नीरव मोदी ने कहा कि उसे भारत की न्यायपालिका पर भरोसा है। सीएम ने कहा कि सस्ता, सुलभ और तत्वरित न्याय कैसे मिले इसका प्रयास होगा । न्यायाधीशों के पद रिक्त है उन्हें भरने का प्रयास किया जाएगा। हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट सहित सभी अदालतों में हजारों केस पेडिंग है। कोरोना काल में 3 लाख केस और पेडिंग हो गए हैं। न्याय जल्दी कैसे मिले, इस पर विचार करना जरूरी है। सीएम ने कहा कि यहां जो चिंतन हम करेंगे उसका निष्कर्ष निकलेगा। जो भी निष्कर्ष निकलेंगे मध्य प्रदेश सरकार उसे पूरा करने लाने के लिए हाईकोर्ट के साथ मिलकर काम करेगी।
सीजेआई ने कहा न्याय एक अनोखी प्रक्रिया
सीजेआई न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने कहा कि न्याय एक अनोखी प्रक्रिया है। समय के साथ विकसित होते कानून को समझाना जरूरी है। न्याय प्रशिक्षण के तौर तरीकों को बदलता होगा। उन्होंने कहा कि अनुभव से उत्कृष्टता आती है। सभी अकादमियों को न्यायाधीशों के सवोर्गीण विकास की ओर ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा मानसिक आरोग्य पर ध्यान देना भी जरूरी है।

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