ट्रैक्टर परेड में गड़बड़ी के लिए पाकिस्तान से चलाए जा रहे हैं 308 ट्विटर हैंडल, दिल्ली पुलिस का खुलासा
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसानों के चल रहे विरोध-प्रदर्शनों की आड़ में पाकिस्तान अपने मंसूबों को भी कामयाब बनाने की ताक में लगा है।
यही वजह है कि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली में गड़बड़ी करने के लिए पाकिस्तान से 308 ट्विटर हैंडल चलाए जा रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि उन्हें इस बात का इनपुट मिला है कि किसानों की ट्रैक्टर रैली में गड़बड़ी हो सकती है। उन्होंने कहा कि 13 से 18 जनवरी के बीच पाकिस्तान में 308 ट्विटर हैंडल सक्रिय हुए है जो इस काम में लगे हैं और किसान नेताओं को भी इस बारे में बता दिया गया है।
Through intelligence & various other agencies, we have continuously been getting inputs regarding threat to create disturbance in the tractor rally. 308 Twitter handles have been generated from Pakistan to create confusion: Dependra Pathak, Special CP, Intelligence, Delhi Police pic.twitter.com/hD1TSXil77
— ANI (@ANI) January 24, 2021
वहीं प्रदर्शनकारी किसान यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ (एसकेएम) के एक सदस्य ने कहा कि गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड की शुरुआत दिल्ली के पांच सीमा बिंदुओं – सिंघु, टिकरी, गाजीपुर, पलवल और शाहजहांपुर से होने की संभावना है – जहां किसान पिछले साल 28 नवंबर से डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर परेड राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड की समाप्ति के बाद शुरू होगी और शाम 6 बजे के करीब समाप्त होने से पहले 100 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।
एसकेएम सदस्य ने कहा कि परेड के दौरान प्रभावी समन्वय सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक विरोध स्थल पर एक कक्ष स्थापित किया गया है। इन प्रत्येक कक्षों में डॉक्टर, सुरक्षाकर्मी और सोशल मीडिया प्रबंधकों सहित 40 सदस्य होंगे।
किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए मार्ग के किनारे लगभग 40 एम्बुलेंस तैनात रहेंगी।
एक अन्य किसान नेता ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए 2,500 स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है कि परेड शांतिपूर्ण रहे और कोई अप्रिय घटना न हो।
स्वयंसेवकों को बैज और पहचान पत्र दिए गए हैं। विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले पूर्व सैनिकों की एक टीम भी सुरक्षा स्थिति पर नजर रखेगी।
किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने देने के लिए दिल्ली पुलिस ने सिंघु और टिकरी बार्डर से बैरिकेड हटाने पर सहमति व्यक्त की है। किसान नेताओं ने कहा कि ट्रैक्टर परेड शांतिपूर्ण रहेगी और किसी भी तरह से आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड को प्रभावित नहीं करेगी।
केंद्र द्वारा तीन कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधारों के रूप में पेश किया गया है, जो बिचौलियों को दूर करेगा और किसानों को देश में कहीं भी अपनी उपज बेचने की अनुमति देगा।
हालांकि, प्रदर्शनकारी किसानों ने यह आशंका व्यक्त की है कि नए कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंडी व्यवस्था को समाप्त करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे और उन्हें बड़े कॉर्पोरेट की दया पर छोड़ देंगे।