हनी ट्रैप में फंसा व्यापारियों से ऐंठते थे मोटी रकम, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड
राजस्थान: हनी ट्रैप में फंसा व्यापारियों से ऐंठते थे मोटी रकम, पुलिस ने ऐसे किया भंडाफोड राजस्थान के सीकर में एक ऐसा गैंग सक्रिय था, जो व्यापरियों को हनी ट्रैप के जाल में फंसाकर ब्लैकमेल के जरिए उनसे लाखों रुपए वसूलते थे। इस गैंग का भंडफोड़ तब हुआ जब पुलिस एक कोयला व्यापारी के अपहरण के मामले की जांच कर रही थी। दरअसल,राजस्थान पुलिस को हरियाणा से सूचना मिली थी, कि एक कोयला व्यापरी का अपहरण हुआ है और उसे सीकर जिले में रखा गया है। इस खबर के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। हरियाणा से हुए इस अपहरण के अस मामले का खुलासा सीकर जिले उद्योग नगर पुलिस ने खुलासा किया था। मामले की तहकीकात करने पर पता चला कि यह मामला अपहरण का नहीं बल्कि हनी ट्रैप का था।
eइस संबंध में थानाधिकारी पवन चौबे ने बताया कि 3 दिसंबर को उन्हें हरियाणा पुलिस से सूचना मिली कि एक व्यापारी को सीकर में बंधक बनाया गया है और फिरौती में 15 लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। मिली सूचना पर स्थानीय पुलिस और हरियाणा पुलिस दोनों ने मिलकर कार्रवाई की। पुलिस तिरुपति नगर के एक फ्लैट पहुंची। पुलिस को फ्लैट के तीसरे माले से कोयला व्यापारी दिनेश कुमार और उनके ड्राइवर मिले।
दिनेश कुमार ने बताया कि एक साल पहले उनको किसी महिला का फोन आया था, जिसने खुद को कोयला व्यापारी की पुत्री बताया था। महिला ने उनसे दो बार कोयला भी मंगाया था, लेकिन जब कोयले की भुगतान की बात हुई तो महिला ने उन्हें मिलने के लिए एक नवंबर को सालासर बुलाया था।
दिनेश ने बताया कि महिला और उन्होंने एक साथ रात गुजारी। ऐसे में महिला ने उनकी आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बना ली। जिसके बाद वह महिला दिनेश को ब्लैकमेल करने लगी और फिर दो दिसंबर को उन्हें सीकर बुलाया। यहां पर उस महिला ने फोटो और वीडियो डिलीट करने के लिए दिनेश से डेढ़ करोड़ रुपए मांगे। दिनेश के पास इतने पैसे न होने पर उन्होंने आरोपियों से बात की, जिसके बाद बात 15 लाख में तय हुई। दिनेश ने इस बात की सूचना अपने घर वालों की दी। उनके घर वालों ने हरियाणा पुलिस में शिकायत दर्ज की। जिसके बाद हरियाणा पुलिस सीकर आई और दिनेश को कस्टडी में ले ली।
पुलिस ने बताया कि मामले के दो आरोपी सैनी और विक्रम जाट को गिरफ्तार कर लिया है। इस गैंग का मुख्य सरगना नवलगढ़ से है जो केएमटीसी नाम से ट्रांसपोर्ट का व्यापार करता है। चौबे ने बताया कि जांच में महिला का नाम अंजुल पता चला है और यह मामला हनी ट्रैप का है, जिसमें महिलाएं बड़े व्यापारियों को फंसाती है और उन्हें ब्लैकमेल कर फिरौती मांगती है।