FEATUREDLatest

4 साल में भाजपा 4 से 40 पार: हैदराबाद के निगम चुनाव में TRS ने 55, भाजपा ने 48 और ओवैसी 44 सीट जीतीं

हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में तेलंगाना राष्ट्रवादी समिति (TRS) ने सबसे ज्यादा 55 सीटें हासिल की हैं। लेकिन सबसे ज्यादा फायदे में भाजपा रही। उसे 48 सीटें मिल चुकी हैं और एक पर वह आगे चल रही है। भाजपा ने यहां असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को तीसरे नंबर पर धकेल दिया है। AIMIM को 44 सीटें मिली हैं। कांग्रेस सिर्फ 2 सीटें जीत पाई। चुनाव में कोई भी पार्टी बहुमत लायक सीट नहीं जीत पाई।

शुक्रवार सुबह 8 बजे 150 सीटों के शुरुआती रुझानों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी नजर आ रही थी। उसे 79 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही थी। वहीं, पिछला चुनाव जीतने वाली TRS 35 पर सिमटती दिखी। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे खेल पलट गया। TRS ने यहां बढ़त बना ली। यह बढ़त आखिर तक बनी रही।

हालांकि भाजपा के उभार से सबसे ज्यादा नुकसान TRS को ही हुआ है। पार्टी को पिछले चुनाव में 99 सीटें मिली थीं। इस बार वह 60 सीटें भी नहीं जीत पाई। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तेलंगाना के लोगों ने पीएम मोदी पर भरोसा जताया है।

TRS ने माना- नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं

चुनाव के नतीजे साफ होने के बाद TRS के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामा राव ने कहा कि रिजल्ट हमारी उम्मीदों के मुताबिक नहीं है। हमारी 20 से 25 सीटें कम आई हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के बेटे के.टी. रामा राव ने कहा कि हमें 10 से 12 सीट पर 100-200 वोट से हार मिली है। हालांकि, उन्होंने कहा कि पार्टी को इस नतीजे से निराश नहीं होना चाहिए। ग्रेटर हैदराबाद के लोगों ने TRS को सबसे बड़ी पार्टी बनाया है।

इसे भी पढ़ें-  Uttarkashi (Uttarakhand) Tunnel Collapse: सच हुई बाबा बौखनाग की भविष्यवाणी, बौख के पश्वा, माली, संजय डिमरी ने दिया था वचन

योगी बोले- भाग्य नगर का भाग्योदय प्रारंभ हो रहा है

ओवैसी ने कहा- जहां योगी-शाह आए वहां हमने जीत हासिल की

चुनाव के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आज हमें बड़ी जीत मिली है। इसकी खुशी मनाएंगे। कल पार्टी के नेताओं से बात करके फैसला करेंगे कि आगे क्या करना है। योगी और शाह आए थे। बोले थे कि सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे। हमने डेमोक्रेटिक स्ट्राइक कर दी। आगे तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होंगे, उसमें देखेंगे। तब बीजेपी को इतनी कामयाबी नहीं मिलेगी।

ओवैसी ने कहा कि जहां भी योगी-शाह आए वहां हमें जीत मिली। हमारे घर में बीजेपी की पोजिशन देख लीजिए। पांच साल पहले भी हम बेहतर थे। इस बार भी बेहतर हैं। निजामाबाद में इलेक्शन हुआ। वहां बीजेपी के एमपी हैं। वहां बीजेपी को 16 सीट ही मिलीं। ये सब इलेक्शन के नतीजे हैं। महाराष्ट्र में अवाम का फैसला आया है। 51 पर लड़े। 43 पर जीते। 80 पर लड़ते तो क्या होता।

इसे भी पढ़ें-  Katni भीड़भाड़ वाले बाजार में बैल (नंदी) छत से गिरा

TRS के कमजोर प्रदर्शन पर ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी पर बोलने का मेरा अधिकार नहीं है। फिर भी मुझे यकीन है कि वे लोग देखेंगे कि क्या सही करना चाहिए। कितना अच्छा करना चाहिए।

13 साल पहले ही GHMC का गठन हुआ था

इस बार 1 दिसंबर को वोटिंग हुई थी। GHMC के 150 वार्डों पर 1,122 प्रत्याशी मैदान में हैं। चुनाव इस बार बेहद खास माने जा रहे हैं, क्योंकि भाजपा ने चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। 2007 में ही GHMC का गठन हुआ था।