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स्पुतनिक-V वैक्सीन का भारत में क्लीनिकल ट्रायल शुरू

रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-V का क्लीनिकल (फेज-2/3 कंबाइंड) ट्रायल मंगलवार से भारत में शुरू हो गया। रूसी डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड और डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी लिमिटेड ने बताया कि सभी जरूरी मंजूरी मिलने के बाद इस ट्रायल को शुरू किया गया है। रूस में बनी वैक्सीन स्पूतनिक-V ट्रायल के दौरान कोरोना से लड़ने में 95% असरदार साबित हुई है। क्लीनिकल ट्रायल के दूसरे शुरुआती एनालिसिस में ये बात सामने आई है। पहला डोज देने के 28 दिन बाद इस वैक्सीन ने 91.4% इफेक्टिवनेस दिखाई थी। भारत में इसके ट्रायल के लिए डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी के साथ रूसी संस्था का करार हुआ है।

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टेस्टिंग की फीस निर्धारित करने के लिए कमेटी बनाएं राज्य- केंद्र

केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि कोरोना टेस्ट की फीस तय करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों की है। सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों को एक कमेटी बनाने का केंद्र सरकार ने सुझाव दिया है। पत्र लिखकर कहा गया है कि वह अपने यहां एक कमेटी बनाएं, जो मार्केट एनालिसिस, टेस्टिंग किट की उपलब्धता के आधार पर राज्य में टेस्टिंग की दरें निर्धारित करें।

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स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ”टेस्टिंग फीस और अस्पताल में बेड की फीस तय करने का अधिकार राज्य सरकारों का है। केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में ये नहीं आता है। हम केवल उन्हें सलाह दे सकते हैं। पिछले हफ्ते केंद्र सरकार ने एक लिखित पत्र के जरिए सभी राज्य सरकारों को टेस्टिंग दर निर्धारित करने के लिए कमेटी बनाने का सुझाव दिया है।”

89 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए
देश में अब तक 94 लाख 93 हजार 537 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। राहत की बात है कि इनमें ठीक होने वालों का आंकड़ा अब 89 लाख के पार हो गया है। अब तक 89 लाख 24 हजार 634 लोग रिकवर हो चुके हैं। संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या अब 1 लाख 38 हजार 59 हो गई है। ये आंकड़े covid19india.org से लिए गए हैं।

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