जब कलेक्टर ने खुद पर लगाया 100 रुपए का जुर्माना,
राजगढ़ । वरिष्ठ अधिकारी स्वयं की गलती को नजरअंदाज कर अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई कर देते हैं, लेकिन संभवत: मध्य प्रदेश का यह पहला मामला है, जब राजगढ़ कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सीएम हेल्पलाइन व अन्य शिकायतों का निराकरण नहीं होने पर खुद की गलती मानते हुए स्वयं पर 100 रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही जिले के 1139 अधिकारियों-कर्मचारियों पर भी उन्होंने 1लाख 13 हजार रुपये से अधिक का जुर्माना किया है।
सोमवार को हुई समय सीमा (टीएल) की बैठक में कलेक्टर नीरज सिंह ने सीएम हेल्पलाइन और अन्य लंबित शिकायतों की समीक्षा की, जिसमें सामने आया कि एल-1 से एल-3 तक पहुंच चुकी करीब 1139 शिकायतों का विभागीय अधिकारियों द्वारा निराकरण नहीं किया गया। इस पर उन्होंने प्रति शिकायत 100 रुपये के मान से 1139 शिकायतों पर एक लाख 13 हजार से भी अधिक राशि का जुर्माना लगाया है। कलेक्टर ने एल-1 पर कार्रवाई नहीं करने के कारण स्वयं पर भी 100 रुपये का जुर्माना आरोपित किया।
किस विभाग की कितनी शिकायत
फसल बीमा- 542, संस्थागत वित्त- 265, राजस्व- 321, मनरेगा- 85, लोक शिक्षण – 99, सामान्य प्रशासन- 58, कृषि मंडी- 58, ग्रामीण आजीविका मिशन- 67, राज्य शिक्षा केंद्र- 83, प्राक्रतिक प्रकोप राहत- 49, निशक्त कल्याण- 36, पशुपालन – 32, प्रधानमंत्री सड़क- 23, भू-अर्जन- 120, लोक स्वास्थ्य- 120, प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण- 121, लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण- 27, पंचायत व ग्रामीण विकास- 65, राजस्व विभाग- 75, लोक निर्माण – 19, सामान्य प्रशासन- 25, पशुपालन व डेयरी -18, वित्त- 102 न अनुसूचित जाति कल्याण – 61, कृषि विकास विभाग – 423, स्कूल शिक्षा – 113 शिकायत लंबित हैं।