जबलपुर रेंज में पहुंचे दो जंगली हाथी, चिंघाड़ से ग्रामीणों में दहशत
जबलपुर। उड़ीसा से जबलपुर रेंज पहुंचे दो जंगली हाथियों के कारण रेंज के बरगी के आसपास के ग्रामीणों में राम बलराम हाथियों की चिंघाड़ सुनकर लोगों में काफी दहशत व्याप्त है हालांकि इस संबंध में डीएफओ अंजना सुचिता तिर्की द्वारा वन विभाग की 12 लोगों की रेस्क्यू टीम लगाई गई है जिसमें जॉर्ज जानकारी मिली है कि उक्त दोनों जंगली हाथी बरगी के आसपास के गांव से निकलकर आज नर्मदा पर मंगेली की ओर निकले हुए रेस्क्यू टीम को हाथियों का जो गोबर मिला है उसके आधार पर रेस्क्यू टीम द्वारा तलाश की जा रही है।
इस संबंध में डीएफओ अंजना सुचिता तिर्की ने जानकारी देते हुए बताया कि मंडला में जो बरगी डैम जुड़ता है यह दोनों हाथी पूल सागर मंडला से होते हुए 3 दिन पूर्व जबलपुर रेंज में पहुंच गए उन्होंने जानकारी देते हुए आगे बताया कि दोनों जंगली हाथी गत दिवस बरगी के आसपास के ग्रामों में ग्रामीणों ने जब इनको देखा था तो इसकी सूचना वन विभाग को दी गई थी उक्त सूचना के बाद से रेस्क्यू टीम द्वारा दोनों हाथियों की खोजबीन शुरू कर दी गई।
ग्रामों में कराई गई मुनादी
दो जंगली हाथियों के जबलपुर रेंज में घुसने के कारण जहां ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है ऐसी स्थिति में वन विभाग द्वारा ग्राम कोटवारों के माध्यम से नर्मदा किनारे वाले गांव में मुनादी करा दी गई है साथ ही इन दोनों हाथों से दूर रहने की सलाह दी गई है इसके अलावा वन विभाग की रेस की टीम द्वारा अपने मोबाइल नंबर भी ग्रामीणों को दिए गए हैं जिस किसी को हाथियों से कुछ परेशानी हो तो वह मुक्त नंबर पर संपर्क कर इसकी जानकारी दे सकते हैं हालांकि वन विभाग की टीम द्वारा जगह जगह दोनों जंगली हाथियों की तलाश में लगी हुई है।
दोनों हाथियों के नाम राम बलराम
उड़ीसा से विगत 4 साल पहले बालाघाट के जंगलों में पहुंचे हैं दोनों जंगली हाथी कुछ दिन तक वहां विचरण करने के बाद यह मंडला पहुंचे थे इस संबंध में डीएफओ अंजना सुचिता तिर्की ने जानकारी में बताया कि दोनों जंगली हाथियों के नाम राम और बलराम है जिनके नाम उड़ीसा में रखे हुए थे यह भटक कर मंडला के बाद जबलपुर रेंज में पहुंचे हुए हैं।
फसल को हो रहा है नुस्कान
उड़ीसा से निकलकर बालाघाट एवं मंडला के बाद जबलपुर रेंज पहुंचे इन दोनों जंगली हाथियों को लेकर जहा ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है वहीं दूसरी ओर नर्मदा किनारे लगी हुई फसल एवं सब्जी को भी इन हाथियों से काफी नुकसान हो रहा है जानकारों ने बताया कि जब तक हाथी वन विभाग की टीम के कब्जे में नहीं आते तब तक ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल बना हुआ है।