मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर से, मंत्री इमरती देवी और डंडौतिया का इस्तीफा
भोपाल। शिवराज मंत्रिमंडल से अंतत: मंत्री इमरती देवी और गिर्राज डंडौतिया ने इस्तीफा दे दिया है। दोनों विधानसभा उपचुनाव हार चुके हैं। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस्तीफे अपने सिफारिश के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को मंजूर करने के लिए भेजेंगे। वहीं, मंत्री एदल सिंह कंषाना का इस्तीफा राज्यपाल ने मंजूर कर लिया है।
बड़ी खबर 28 दिसंबर को विधानसभा सत्र
मध्यप्रदेश विधानसभा का शीत कालीन सत्र 28 दिसम्बर से होगा, यह सत्र 3 दिन का हो सकता है
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने संविधान के अनुच्छेद 174 के खंड 1 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मध्य प्रदेश राज्य की विधानसभा को 28 दिसंबर 2020 को पूर्वाह्न 11 बजे भोपाल में समवेत होने के लिए आमंत्रित किया है।
निगम मंडल की मिल सकती है कमान
मध्यप्रदेश में 28 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हुआ था। इसके नतीजे 10 नवंबर को घोषित हुए, जिसमें शिवराज सरकार के तीन मंत्री पराजित हुए थे। इनमें कैबिनेट मंत्री एदल सिंह कंषाना ने अगले दिन ही मुख्यमंत्री को इस्तीफा भेज दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार करके राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेजा था।
वहीं, कैबिनेट मंत्री इमरती देवी और राज्यमंत्री गिर्राज डंडौतिया संगठन में अपनी बात रखने और फिर इस्तीफा देने की बात कह रहे थे। पिछले दिनों भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित अन्य वरिष्ठ नेता भोपाल आए थे, तभी तय होगा था कि दोनों मंत्री इस्तीफा देंगे। डंडौतिया ने बताया कि उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इस्तीफे प्रक्रियाधीन हैं। सूत्रों का कहना है कि दोनों को जल्द ही आयोग या निगम में समायोजित किया जा सकता है।