नरेंद्र मोदी सरकार का सरकारी डॉक्टरों को तोहफा, अब 65 साल की उम्र में होंगे रिटायर
देश में डॉक्टरों की कमी और स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत करने के इरादे से केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने सरकारी डॉक्टरों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष करने का फैसला लिया है। अब तक डॉक्टर 62 साल की उम्र में रिटायर होते थे। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने इसकी जानकारी दी। प्रसाद ने मीडिया को बताया कि बैठक में आयुष, रेलवे में काम कर रहे डॉक्टरों की रिटायरमेंट की उम्र 62 से बढ़ाकर 65 कर दी गई है। हालांकि इनमें वह डॉक्टर शामिल नहीं हैं जो सेंट्रल हेल्थ सर्विस से आते हैं। जुलाई में सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स के जनरल ड्यूटी मेडिकल अफसरों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाकर 65 वर्ष करने को मंजूरी दे दी थी। केंद्रीय कैबिनेट के इस फैसले से डॉक्टर अब लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे पाएंगे। देश के ग्रामीण इलाकों के लोग ज्यादातर सरकारी डॉक्टरों पर ही निर्भर हैं।
इसके अलावा लखनऊ मेट्रो रेल को एयरपोर्ट से 1899 वर्ग मीटर जमीन देने को भी मंजूरी दे दी गई है। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि बैठक में नॉर्थ ईस्ट को 100 करोड़ रुपये अतिरिक्त देने पर फैसला हुआ है। इस फंड के माध्यम से वहां पुलिस इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा ट्रेनिंग संस्थान व जांच सुविधाएं दी जाएंगी। सीसीएस के साथ पुलिस को मॉडर्नाइज करने के लिए अंब्रेला स्कीम को मंजूरी दी गई है जिसमें अगले तीन सालों में 25,060 करोड़ खर्च होंगे।