कोरोना संक्रमण को रोकने मददगार ड्रोन, आज दिल्ली में होगी कृत्रिम बारिश
नोएडा कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को खत्म करने में अब ड्रोन (Drone) मददगार बनकर सामने आया है जल्द ही, ड्रोन की मदद से कोरोना संक्रमित इलाकों (Corona Infected Area) में हाइपो सोडियम क्लोराइड (Hypo Sodium Chloride) की कृत्रिम बारिश कराई जा सकेगी. इस कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) के लिए सबसे पहले नोएडा प्राधिकरण ने अपने सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है. योजना के तहत, प्राधिकरण ने सबसे पहले हॉट स्पॉट चिन्हित किए गए इलाकों में कृत्रिम बारिश कराई जाएगी यदि यह प्रयोग सफल रहा तो नोएडा प्राधिकरण ड्रोन की मदद से पूरे शहर में कृत्रिम बारिश कराएगी
20 मीटर की ऊंचाई से कृत्रिम बारिश का ट्रायल
नोएडा प्राधिकरण ने ट्रायल के तहत, एक ड्रोन 12500 रुपए प्रति दिन की हिसाब से किराये पर लिया था. ट्रायल के लिए नोएडा सेक्टर 8 की झुग्गी-बस्तियों वाले इलाके को चुना गया ट्रायल के दौरान, ड्रोन को 20 मीटर की ऊंचाई पर ले जाकर हाइपो सोडियम क्लोराइड नामक केमिकल की बारिश कराई गई नोएडा सेक्टर 8 के बाद ड्रोन के जरिये सेक्टर 9 और 10 के रिहायशी इलाके में भी ड्रोन से बारिश कराई गई. उल्लेखनीय है कि ड्रोन से कृत्रिम बारिश के जिन इलाकों को चुना गया था, दो दिन पहले उन्हीं इलाकों से 200 लोगों को संदिग्ध मानकर क्वारेंटाइन किया गया था
आधे घंटे में तीन किमी के इलाके में कृत्रिम बारिश संभव
नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, ड्रोन में 5 लीटर क्षमता का एक बॉक्स लगा हुआ है, जिसमें हाइपो सोडियम क्लोराइड नामक केमिकल भरा जाता है. एक बार उड़ान भरने के बाद ड्रोन लगातार 30 मिनट में 3 से 4 किमी इलाके में लगातार कृत्रिम बारिश करा सकता है. उन्होंने बताया कि ड्रोन की मदद से सड़कों एवं बिल्डिंग का सैनिटाइजेशन बेहद आसन हो जाएगा. ड्रोन की मदद से करीब 20 मीटर की ऊंचाई तक वातावरण को सुरक्षित बताया जा सकता है. जल्द ही, नोएडा के सभी इलाकों में कृत्रिम बारिश के जरिए हाइपो सोडियम क्लोराइड नामक केमिकल का छिडकाव किया जाएगा.
ड्रोन खरीदने की तैयारी में नोएडा प्राधिकरण
नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अभी तक का ट्रायल संतोषजनक रहा है फिलहाल कुछ अन्य इलाकों में भी ड्रोन से कृत्रिम बारिश कराई जाएगी. इस दौरान, सब कुछ ठीक रहा तो जल्द नोएडा प्राधिकरण आवश्यकतानुसार ड्रोन को खरीद सकता है प्राधिकरण की पहली कोशिश है कि सोशल कॉर्पोरेट रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के तहत, 4 से 5 ड्रोन हासिल किए जाएं. यदि यह संभव नहीं हुआ, तभी इनकी खरीद का फैसला लिया जाएगा. अंतिम निर्णय होने तक नोएडा के संक्रमित इलाकों में मौजूदा ड्रोन से कृत्रिम बारिश की प्रक्रिया जारी रहेगी