कांग्रेस सेवादल ने वीर सावरकर पर बांटी आपत्तिजनक किताब, खड़ा हुआ विवाद
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कांग्रेस सेवादल के कार्यक्रम में वीर सावरकर पर बांटी गई पुस्तक को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस के अनुषांगिक संगठन सेवादल ने यहां आयोजित शिविर में बांटी ‘वीर सावरकर कितने वीर’ नामक इस पुस्तक में हिंदुत्व के पैरोकार वीर सावरकर को लेकर कुछ आपत्तिजनक बातें हैं। भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया है।
पुस्तक में यह भी कहा गया है कि अंडमान की सेल्यूलर जेल से रिहा होने के बाद सावरकर ने अंग्रेजों से पैसे तक लिए थे। पुस्तक में महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर भी टिप्पणियां की गई हैं।
सेवादल के कार्यक्रम में सावरकर के संबंध में बांटी गई इस विवादास्पद पुस्तक को लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस की तीखी आलोचना की है। सिंह ने कहा कि कांग्रेस देशभक्तों को बदनाम कर रही है, खासकर उनको जो बहुसंख्यक समाज के हितैषी थे।
इस बारे में राष्ट्रीय सेवा दल के लालजी देसाई ने कहा है कि लेखक ने इसे सबूतों के आधार पर लिखा है। लेकिन यह हमारे लिए महत्वपूर्ण नहीं है। आज हमारे देश में, हर किसी को अपनी तरजीह को सामने रखने का पूरा अधिकार है।
भाजपा ने जताया विरोध
इस बारे में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि महिलाओं को तंदूर में जलाने वाली कांग्रेस से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ सोनिया गांधी की कठपुतली बनकर रह गई है इसलिए ऐसी बातें करती है। उसे इस बात का डर है कि देश में जम्मू-कश्मीर, तीन तलाक और अयोध्या मामलों में इतने बड़े फैसले हुए लेकिन एक भी दंगा नहीं हुआ, इसलिए कांग्रेस जानबूझकर ऐसा करती है।
कांग्रेस ने किया बचाव
इस बारे में कांग्रेस की भी प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सेवा दल में जो साहित्य गांटा गया, वो जगजाहिर है। उन्होंने अंग्रेजों से माफी मांगी थी, ये जगजाहिर है।