शहीद BSF जवान के बेटे की मांग, कहा- पाकिस्तान पर एक्शन ले सरकार
नई दिल्ली: पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा जम्मू के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ केजवान के शरीर को क्षत-विक्षत करने की बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। शहीद बीएसएफ हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह के पैतृक गांव में उन्हें आखिरी विदाई थी। पाकिस्तान की बर्बरता का शिकार हुए शहीद जवान की अंतिम विदाई में हजारों लोग उमड़े हुए नजर आए। पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। पत्नी संतोष, बेटे मोहित और अंकित के आंसू रोके नहीं रूक रहे।
शहीद जवान नरेंद्र सिंह के बेटे मोहित का कहना है कि ये हमारे लिए गर्व की बात है क्योंकि हर किसी को तिरंगे में लिपटने का सौभाग्य हासिल नहीं होता, लेकिन हम केवल गौरवान्वित महसूस कर के नहीं रह सकते। आज हम गर्व महसूस कर रहे हैं, कल कोई दूसरा मरेगा तो हम दोबारा गर्व महसूस करेंगे, लेकिन कब तक? हम अधिकारियों से कार्रवाई की मांग करते हैं।
मैं और मेरा भाई बेरोजगार हैं। मेरे पिता परिवार के अकेले कमाऊ सदस्य थे और देश की सेवा करते हुए चले गए। मैं चाहता हूं कि अथॉरिटी हमें वे चीजें मुहैया कराए, जिनकी हमें जरूरत है।
घटना के बाद सीमा पर हाईअलर्ट
आपको बतां दे कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को गोली मारने के बाद उसका गला रेत दिया। इस घटना से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। यह बर्बर घटना मंगलवार को रामगढ़ सेक्टर में हुई। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तथा नियंत्रण रेखा पर ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी कर दिया। सीमा सुरक्षा बल ने अपने समकक्ष पाकिस्तान रेंजर्स के समक्ष कड़ाई के साथ यह मुद्दा उठाया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल नरेंद्र कुमार के शरीर में तीन गोलियों के निशान भी मिले हैं। कुमार का शव छह घंटे के बाद भारत पाक बाड़ के आगे मिल पाया क्योंकि पाकिस्तानी पक्ष ने सीमा पर संयंम बनाए रखने और बीएसएफ के खोजी दलों पर गोलीबारी न होना सुनिश्चित करने के आह्वान पर ‘‘कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।’’
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