धनतेरस पर खरीदारी से पहले यहां जानें श्रेष्ठ मुहूर्त
धर्म डेस्क। धनतेरस के साथ ही दीपोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। मंगलवार को धनतेरस पर 46 साल बाद तीन योगों से युक्त दुर्लभ संयोग पड़ रहा है जिसे कलानिधि योग के नाम से जाना जाता है। इस योग में धनतेरस पर की गई खरीदारी समृद्धि प्रदान करने वाली होगी। खासकर सोना, चांदी, जमीन, जायदाद पर निवेश करने से बरकत होगी। सुबह से रात तक अनेक शुभ मुहूर्तों में खरीदारी की जा सकती है।
वेद पुराणों के अनुसार, देवताओं व राक्षसों ने समुद्र मंथन किया, तब भगवान धनवंतरि अमृत कलश लेकर अवतरित हुए थे। इस महासंयोग में जो भी वस्तु खरीदी जाएगी, वह अक्षय साबित होगी और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
धनतेरस पर पूजा का मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि सूर्योदय से रात्रि 11.29 बजे तक रहेगी। भगवान धनवंतरि की पूजा का श्रेष्ठ समय शाम 6.04 बजे से 8.28 बजे तक रहेगा।
यम को दीप दान से नहीं रहेगा अकाल मृत्यु का भय
धनतेरस पर यमराज को दीपदान करने से परिवार में अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। इस दिन भगवान कुबेर के साथ महालक्ष्मी का पूजन विधि विधान से किया जाता है।
निम्न वस्तुओं की खरीदारी शभ फलदायी
धनतेरस के दिन गणेश, लक्ष्मी की मूर्ति, पीतल, कांसा के बर्तन सोना या चांदी के आभूषण, स्फटिक का श्रीयंत्र झाडू, वस्त्र(काले रंग को छोड़कर), नमक, कोदी शंख, धमिया खंडा, इलेक्ट्रॉनिक आयटम, मिट्टी के दीपक, गौमती चक्र, कुबेर की फोटो, सात मुखी रूद्राक्ष की खरीदी शुभ मानी जाती है।
स्वर्ण-रजत धातु खरीदी का शुभ मुहूर्त
चर : सुबह 9.17 से 10.43 बजे तकलाभ : सुबह 10.44 से 12.09 बजे तक और शाम 7.27 से 9.01 बजे तकअमृत : दोपहर 12.10 से 1.35 बजे तक और रात 12.10 से 1.43 बजे तकशुभ : रात 10.35 से दोपहर 12.09 बजे तकलक्ष्मी-कुबेर पूजन व दीपदानप्रदोष कालः शाम 5.53 से रात 7.59 बजे तक
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