स्टेरिंग फेल होते ही ट्रक खाई में गिराः दो घंटे तक जिंदगीऔर मौत से जूझता रहा कंडक्टर
जबलपुर। बीती रात जबलपुर से कटंगी की ओर जा रहे एक ट्रक का अचानक स्टेरिंग फेल हो गया जिससे ट्रक लहराते हुये बेलखाडू के समीपी ग्राम खैरी में पलट गया जिसकी चपेट मे ट्रक का कंडक्टर दो घ्ंाटे तक ट्रक के नीचे दब कर अपनी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करता रहा रात में जब वहां से गुजरने वाले किसी राहगीर ने इस दुर्घटना को देखा तो उसने इस घटना की खबर बेलखाडू पुलिस को दी सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची।
देर रात बेलखाडू के समीप सड़क दुर्घटना,जेसीबी की मदद से निकाला गया घायल
पुलिस एवं अन्य लोगों ने ट्रक के नीचे दबे कंडक्टर को बाहर निकालने का प्रयास किया किन्तु जब मशक्कत करने के बाद भी वह इसे निकालने में सफल नहीं हुये तो एक जेसीबी बुलाई गई जिसके दो घंटे के बाद घायल को ट्रक के नीचे से बाहर निकाला गया। इस सड़क हादसे में ट्रक का चालक तो घटना के बाद कांच को फोड़ कर बाहर निकाल गया था किन्तु उसका साथी कंडक्टर ट्रक के नीचे फस गया था। पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई के उपरांत दोनों घायलों को 108 की मदद से उपचार के लिये जबलपुर मेडिकल रवाना किया गया।जहां पर कंडक्टर की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
बीती रात 1.30 बजे हुई इस सड़क दुर्घटना के संबंध में हमारे बेलखाडू संवाददाता ने जानकारी देते हुये बताया कि ट्रक क्रं.एमपी 16एच/2808 का चालक विपिन राजपूत रायपुर से ट्रक में लोहा लोड कर दमोह की ओर जा रहा था रात को ट्रक जैंसे ही बेलखाडू के खैरी ग्राम के पास पहुंचा ही था कि ट्रक का स्टेरिंग अचानक फेल हो गया
इससे पहले की उसका चालक कुछ समझ पाता कि ट्रक लहराते हुये मार्ग किनारे खाई में पलट गया। इस दुर्घटना में ट्रक चालक के सिर एवं शरीर के अन्य अंगो में चोटे आई और वह स्टेरिंग के बीच में फस गया इस हादसे मे उसने साहस का परिचय देते हुये वह किसी प्रकार से ट्रक का कांच फोड़ कर बाहर तो निकल आया किन्तु उसका साथी कंडक्टर 20 वर्षीय मनीष विश्वकर्मा ट्रक की बाडी के नीचे फस गया जिसे देखते ही चालक ने उसे बाहर निकालने का काफी प्रयास किया
किन्तु इस बीच दुर्घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीण एवं पुलिस की इस घटना पर नजर पड़ी तो उनके द्वारा एक जेबीसी बुलाई गई जिसकी मदद से ट्रक की बाडी को काटा गया तब कहीं कड़ी मशक्कत के बाद घायल को बाहर निकाला गया। बाद में दोनों को उपचार के लिये मेडिकल रवाना किया गया। दोनों कहां के रहने वाले यह पुलिस द्वारा इसका पता लगाया जा रहा है।
तो फिर हादसा बड़ा हो सकता था
देर रात जिस तरह से यह सड़क दुर्घटना हुई यदि यही दुर्घटना दिन में होती तो किसी भी बड़ी दु़र्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता था क्योंकि यह मार्ग काफी व्यस्त रहता है और ग्राम के लोग सुबह अपने अपने काम पर निकलने लगते है जिससे मार्ग पर भीड़ अधिक हो जाती है। यह तो शुक्र ही मान के चलें की इतनी बड़ी घटना दिन की जगह रात में हुई।
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