आरुषि मर्डर केस : तलवार दंपति की याचिका पर HC का फैसला आज
इलाहाबाद: नोएडा में साल 2008 में हुए चर्चित आरुषि और हेमराज हत्याकांड में आजीवन कारावास काट रहे आरुषि के माता-पिता राजेश तलवार और नुपुर तलवार की अपील पर इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला 12 अक्टूबर को आएगा। सीबीआई कोर्ट के फैसले के खिलाफ राजेश तलवार और नुपुर तलवार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील की थी।
गाजियाबाद में स्थित विशेष सीबीआई अदालत ने 26 नवंबर, 2013 को राजेश और नुपुर को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। यह दोनों फिलहाल गाजियाबाद की डासना जेल में सजा काट रहे हैं। हाईकोर्ट में राजेश तलवार और नुपुर तलवार को बेटी आरुषि और घरेलू नौकर हेमराज की हत्या में दोषी करार दिए जाने के निर्णय को चुनौती देने वाली अपील पर सुनवाई एक अगस्त 2017 को दोबारा शुरू की गई। न्यायमूर्ति बालकृष्ण नारायण और न्यायमूर्ति अरविंद कुमार मिश्र की खंडपीठ ने कहा कि सीबीआई के बयानों में पाए गए कुछ विराधाभासों के चलते पीठ इस मामले की दोबारा सुनवाई करेगी। जस्टिस बीके नारायण और जस्टिस एके मिश्रा की खंडपीठ ने 7 सितंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और फैसला सुनाने की तारीख 12 अक्टूबर तय की थी।
मई 2008 में नोएडा के जलवायु विहार इलाके में 14 साल की आरुषि का शव उसके मकान में बरामद हुआ था। आरुषि अपने कमरे में मृत पाई गई थी और उसका गला धारदार चीज से काटा गया था। शुरुआत में शक की सुई हेमराज की ओर गई, लेकिन दो दिन बाद मकान की छत से उसका भी शव बरामद किया गया।
अखबार की सुर्खियों में रहे इस मामले की ठीक से जांच नहीं करने को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस की भारी आलोचना के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
यहां जानिए इस हत्याकांड और इससे जुड़ी कोर्ट की कार्यवाही का साल दर साल ब्योरा :-
2008
- मई 16 : 14 साल की आरुषि तलवार नोएडा में अपने घर के बेडरूम में मरी मिली। उसका गला क था. नौकर हेमराज पर शक आया।
- मई 17 : हेमराज की लाश तलवार के घर के टेरेस पर मिली।
- मई 23 : आरुषि के पिता डॉ राजेश तलवार को यूपी पुलिस ने आरुषि और हेमराज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
- जून 1 : सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ली।
- जून 13 : डॉ राजेश तलवार के कम्पाउंडर कृष्णा को सीबीआई ने गिरफ्तार किया..तलवार के दोस्त दुर्रानी के नौकर राजकुमार और तलवार के पड़ोसी के नौकर विजय मंडल को भी बाद में गिरफ्तार किया. तीनों दोहरे हत्याकांड के आरोपी बने।
- जुलाई 12 : राजेश तलवार गाजियाबाद की डासना जेल से जमानत पर रिहा।
- सितंबर 12 : कृष्णा, राजकुमार और विजय मंडल को लोअर कोर्ट से जमानत मिली. सीबीआई 90 दिन तक चार्जशीट फाइल नहीं कर सकी।
2009
- सितंबर 10 : आरुषि हत्याकांड की जांच के लिए सीबीआई की दूसरी टीम बनी।
2010
- दिसंबर 29 : सीबीआई ने आरुषि हत्याकांड में अदालत में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी।
2011
- जनवरी 25 : राजेश तलवार ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ लोअर कोर्ट में प्रोटेस्ट पिटीशन दाखिल की।
- फरवरी 9 : लोअर कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट खारिज की। आरुषि के मां-बाप, राजेश और नुपुर तलवार को हत्या और सुबूत मिटाने का दोषी माना।
- फरवरी 21 : डॉ राजेश और नुपुर तलवार ट्राइल कोर्ट के समन को रद्द करवाने हाइकोर्ट गए।
- मार्च 18 : हाईकोर्ट ने समन रद्द करने की तलवार की गुजारिश खारिज की और उन पर कार्यवाही शुरू करने को कहा।
- मार्च 19 : तलवार सुप्रीम कोर्ट गए, जिसने उनके खिलाफ ट्राइल को स्टे कर दिया।
2012
- जनवरी 6 : सुप्रीम कोर्ट ने तलवार की अर्ज़ी खारिज की और ट्राइल शुरू करने की इजाजत दी।
- जून 11 : गाजियाबाद में विशेष सीबीआई जज एस लाल के सामने ट्राइल शुरू हुआ।
- अक्टूबर 10 : फाइनल आर्ग्युमेंट शुरू हुए।
- नवंबर 25 : तलवार दंपति को गाज़ियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दोषी पाया और उम्र कैद की सजा सुनाई।
2014
- जनवरी : तलवार दंपत्ति ने लोअर कोर्ट के फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी।
2017
- जनवरी 11 : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार की अपील पर फैसला सुरक्षित किया।
- अगस्ट 01 : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि तलवार की अपील दुबारा सुनेंगे क्योंकि सीबीआई के दावों में विरोधाभास हैं।
- सितंबर 08 : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आरुषि हत्याकांड में फैसला सुरक्षित किया।
- अक्टूबर 12 : लोअर कोर्ट से तलवार दंपति की सजा के चार साल बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट आरुषि हत्याकांड पर फैसला सुनाएगा।
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