कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिला चिकित्सालय के Sonography Work का Review लिया, दिए निर्देश
कटनी। कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिला चिकित्सालय के Sonography Work का Review लिया, दिए निर्देश, दिए निर्देश कलेक्टर अवि प्रसाद की जनहित में एक और मानवीय और संवेदनशील पहल रंग लाई। पिछले कई महीनों से गर्भवती माताओं के लिए बाधित हो रही सोनोग्राफी कार्य को व्यवस्थित स्वरूप देने कलेक्टर की कोशिशें कामयाब हुई। अब निजी सोनोलॉजिस्ट सेंटर मे आउट सोर्सिंग के माध्यम से गर्भवती माताओं की सोनोग्राफी कराई जायेगी।
- स्त्री रोग विशेषज्ञों को अल्पकालिक सोनोग्राफी प्रशिक्षण दिलाने के दिए निर्देश
- वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निजी क्षेत्र के सोनोलॉजिस्ट से सोनोग्राफी करवानें की दी हिदायत
- इसके लिए जारी राशि की मांग का प्रस्ताव भेजने के दिए निर्देश
- कलेक्टर की पहल पर सोनोग्राफी हेतु
- संचालक ने प्रतिमाह पौने चार लाख रूपये देने की दी सहमति
कलेक्टर अवि प्रसाद ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय में गर्भवती महिलाओं के सोनोग्राफी में आ रही दिक्कतों की समीक्षा की। उन्होने जिला चिकित्सालय में पदस्थ सभी 4 स्त्री रोग विशेषज्ञों को अल्पकालीन सोनोग्राफी प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिए है। इसके अलावा वैकल्पिक व्यवस्था होने तक निजी सेंटर्स से सोनोग्राफी कराने की व्यवस्था कराने कलेक्टर श्री प्रसाद ने निर्देशित किया। इसके लिए आवश्यक राशि की मांग संचालक एन.एच.एम से करने का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। जिसके बाद संचालक ने आवश्यक राशि प्रदान की सहमति प्रदान भी कर दी है।
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा दिये गये निर्देश के बाद सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा ने जिला चिकित्सालय में पदस्थ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ हर्षिता गुप्ता, डॉ सीमा शिवहरे, डॉ श्रद्धा द्विवेदी और डॉ सुनीता वर्मा को 14 दिवसीय अल्पकालीन सोनोग्राफी प्रशिक्षण दिलाने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संचालक को पत्र लिखा है। व्यापक जनहित का उल्लेख करते हुए डॉ वर्मा ने पत्र में उल्लेखित किया है कि जिला चिकित्सालय में अनुमानतः 30 प्रसूता प्रतिदिन के मान से 25 कार्य दिवस के आधार पर 750 सोनोग्राफी प्रतिमाह होने का अनुमान है।
प्रेषित पत्र में उल्लेखित किया गया है कि यहां पदस्थ रहे डॉ आर.के. आठ्या के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर पदोन्नति पश्चात रेडियोलाजिस्ट व सोनोलाजिस्ट का पद रिक्त है। जिस वजह से विगत तीन माह से रोगियो विशेषकर गर्भवती माताओं की जांच में कठिनाई आ रही है।
कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बाद सिविल सर्जन द्वारा निजी क्षेत्र के सोनोलॉजिस्टों से चर्चा के बाद 499 रूपये प्रति रोगी के मान से दो निजी सेंटर्स ने सोनोग्राफी करने की सहमति दी है। इस आधार पर 750 संभावित महिलाओं की सोनोग्राफी के लिए आवश्यक राशि 3 लाख 75 हजार रूपये की आवश्यकता के आंकलन प्रस्ताव पर संचालक एन.एच.एम ने राशि प्रदान करने की सहमति प्रदान की है। इससे जिले की गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी में आ रहा व्यवधान दूर हो सकेगा।