Congress पदाधिकारी अपने क्षेत्रों में फंस कर रह गए, कटनी में भी अब तक कोई बड़ा नेता नहीं आया
Congress पदाधिकारी अपने क्षेत्रों में फंस कर रह गए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की उनके निर्वाचन क्षेत्र छिंदवाड़ा में भाजपा ने तगड़ी घेराबंदी की है। इसके बावजूद वह इकलौते ऐसे नेता हैं जो दूसरे क्षेत्रों में भी प्रचार करने जा रहे हैं। अन्य कांग्रेस पदाधिकारी अपने क्षेत्र से बाहर निकलने का जोखिम नहीं ले रहे हैं। कटनी जिले की ही बात हो तो यहां अब तक कांग्रेस की मझौले स्तर के नेता तक की सभा नहीँ हुई।
भाजपा ने कांग्रेस के ऐसे सभी नेताओं की उनके ही घर में तगड़ी घेराबंदी है जो दूसरे क्षेत्र में चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह भिंड जिले के लहार विधानसभा से सात बार चुनाव जीत चुके हैं और आठवीं बार मैदान में है। इसे उनका गढ़ माना जाता है पर वे भी क्षेत्र से बाहर न के बराबर ही निकल रहे हैं।मुरैना और ग्वालियर एक-दो कार्यक्रम के लिए गए थे।
यह है हाल
प्रदेश युवक कांग्रेस के अध्यक्ष डा.विक्रांत भूरिया झाबुआ, पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष सिद्धार्थ कुशवाहा सतना और किसान कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुर्जर मुरैना से चुनाव लड़ रहे हैं। महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल के देवर राजकुमार पटेल भोजपुर से चुनाव मैदान हैं। ये सभी नेता दूसरी सीटों पर प्रचार करने के स्थान पर अपने ही चुनाव में उलझे हुए हैं। जबकि, भाजपा से चुनाव मैदान में उतरे तीन केंद्रीय मंत्री व राष्ट्रीय महासचिव दूसरे क्षेत्रों में भी प्रचार करने जा रहे हैं।
कांग्रेस का लक्ष्य महिलाओं से जुड़े विषय
कांग्रेस महिलाओं से जुड़े विषयों को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है। ऐसे में महिला कांग्रेस की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है लेकिन संगठन की प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल अधिकतर समय भोजपुर में दे रही हैं। यहां से पार्टी ने उनके देवर राजकुमार पटेल को प्रत्याशी बनाया है, जिनका मुकाबला भाजपा से तीन बार के विधायक सुरेंद्र पटवा से है। कमोबेस यही स्थिति कांग्रेस के उन सभी नेताओं की है, जो दूसरे क्षेत्र में प्रभाव रखते हैं लेकिन अपने-अपने क्षेत्रों में घिरे हुए हैं।
भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता मैदान में
उधर, भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता मैदान में हैं। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर दिमनी, फग्गन सिंह कुलस्ते निवास और प्रहलाद सिंह पटेल नरसिंहपुर से चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन तीनों ही प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार कर रहे हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी प्रचार के लिए प्रतिदिन दूसरे क्षेत्रों में जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो प्रतिदिन दस-दस सभा तक कर रहे हैं। हालांकि, जिन मंत्रियों को प्रत्याशी बनाया गया है, वे सभी अपने क्षेत्रों में ही ध्यान केंद्रित किए हैं।