GST Raid इंदौर सेव भंडार के 12 स्थानों पर जीएसटी रेड की तीखी मिर्ची
GST Raid यूं तो इंदौर सेव भंडार का नाम सुनते ही आपके मन मे विविध सेव नमकीन का स्वाद मुंह मे आना स्वाभाविक है लेकिन इस सेव नमकीन के व्यापार में इंदौर सेव् वालों ने सरकार को कितना नमक अर्थात जीएसटी दी इसे लेकर एक बड़ी जांच शुरू हुई है।
शनिवार को जबलपुर में इंदौर सेव भंडार के 12 ठिकानों पर सेंट्रल जीएसटी की टीम ने छापा मारा। इंदौर सेव भंडार के संचालक भाजपा नेता कैलाश साहू हैं। छापेमारी के दौरान जीएसटी को कर चोरी और बिल में गड़बड़ी से जुड़े सबूत मिले। जांच में पता चला कि संबंधित ब्रांड नाम से शहर की दुकानों से 12 फीसदी टैक्स की जगह 5 फीसदी टैक्स लेकर मिठाइयां बेंची जा रहा थीं। इसके साथ ही ग्राहक को बिल नहीं दिया जा रहा था तो वहीं रिटर्न और खाताबाही में कई अनियमिताएं भी की जा रही थीं।
बहरहाल मिठाई दुकानों के संचालकों में हड़कंप मच गया हैं। अधिकांश संचालक मिठाईयां बेचने के दौरान ग्राहक को बिल नहीं देते हैं। जीएसटी ने भी अपनी जांच में इस गड़बड़ी को प्रमुखता से रखा है। इधर इंदौर सेवा भंडार के संचालक ने मिठाइयों के बेचना कम और रिर्टन अधिक का बताया है। इसको लेकर अधिकारियों द्वारा कारोबार से संबंधित दस्तावेजों की जांच का काम किया, जिसके बाद भी पूरा खुलासा हाे सकेगा।
सूत्रों के मुताबिक मिठाई बनाने वालों को 12 फीसदी की दर से सीजीएसटी लेना चाहिए, लेकिन इंदौर सेव भंडार द्वारा उत्पादन के साथ ही बिक्री का काम भी किया जाता है, लेकिन उन्होंने मिठाइयों पर 12 फीसदी टैक्स लेने की बजाए 5 फीसदी की दर से टैक्स लिया। अभी तक हुई जांच में पता चला है कि सभी दुकानों से बिना बिल की भी मिठाइयाें का विक्रय किया पकड़ा गया है। फर्म के संचालक कैलाश साहू सहित परिवार के अन्य सदस्य हैं जो कि एक ही ब्रांड नाम से मिठाईयों के उत्पादन और बेचने का काम करते हैं।