FEATUREDधर्म

Ram Mandir:परकोटे में कांस्य पर उकेरी जाएंगी 90 मूर्तियां, 50 फीसदी काम हुआ पूरा; यहां बनने हैं छह मंदिर

Ram Mandir:परकोटे में कांस्य पर उकेरी जाएंगी 90 मूर्तियां, 50 फीसदी काम हुआ पूरा; यहां बनने हैं छह मंदिर रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर के उत्तर-दक्षिण व पश्चिम दिशा में वर्गाकार परकोटे का निर्माण किया जा रहा है। परकोटे में कांस्य पर 90 मूर्तियां उकेरी जाएंगी। परकोटे का अब तक 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है।

रामजन्मभूमि में मंदिर निर्माण के साथ-साथ अन्य कई योजनाओं पर भी काम हो रहा है। राममंदिर को प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखने के लिए रामजन्मभूमि परिसर में रिटेनिंग वाल यानि सुरक्षा दीवार व परकोटे का भी निर्माण किया जा रहा है। मंदिर के उत्तर-दक्षिण व पश्चिम दिशा में वर्गाकार परकोटा बनाया जा रहा है।

परकोटे का अब तक 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है। परकोटे में छह मंदिर बनेंगे, साथ ही 90 मूर्तियां कांस्य पर उकेरी जाएंगी। रविवार को भी श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने मंदिर निर्माण की तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी कर भक्तों को मंदिर की प्रगति से अवगत कराया।

इसे भी पढ़ें-  SBI Festive Season Loan Offer: स्‍टेट बैंक ने ग्राहकों दी खुशखबरी, जनवरी 2024 तक नहीं लगेगी प्रोंसेसिंग फीस; SBI ने किया X पर एलान

वहीं मंदिर के खंभों में देवी-देवताओं की मूर्तियां बन रही हैं जिसकी संख्या 6 हजार से अधिक होगी। परकोटे में भी 90 पैनल को लगाए जाने की बात सामने आई है जो कांस्य के होंगे।

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र ने बताया परकोटे में छह मंदिर बनाए जाने हैं। साथ ही मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो सिंह, दो गज, एक हनुमान जी और एक गरुण की मूर्ति बनेगी।

इसे भी पढ़ें-  Nsha Karobari Mafiya: फरार ड्रग माफिया कैलाश राजपूत का भाई कमल गिरफ्तार, भारत में नशे का कारोबार संभालने का आरोप

बताया गया परकोटे की थीम रामनगरी के संत-धर्माचार्यों व रामकथा के मर्मज्ञ लोगों की राय से तैयार कराई जा रही है। बताया कि राममंदिर में परकोटे की बड़ी अहम भूमिका होगी। परकोटा सतह से साढ़े चार मीटर ऊपर व राममंदिर के गर्भगृह से 1.9 मीटर नीचे बन रहा है। परकोटे की चौड़ाई 14 फीट होगी जो कि प्रदक्षिणा पथ के रूप में भी उपयोग होगा।

इसे भी पढ़ें-  JOB: आज 51000 युवाओं को पीएम मोदी सौंपेंगे नियुक्ति पत्र

वर्गाकार परकेाटे की लंबाई करीब 800 मीटर है। इसका निर्माण रिटेनिंग वॉल से तीन मीटर अंदर व मंदिर से 25 मीटर दूर कराया जा रहा है। परकोटे का निर्माण वंशीपहाड़पुर के लाल पत्थरों से हो रहा है, बनने के बाद परकोटा मंदिर परिसर का आकर्षण बढ़ाने के साथ सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाएगा।