Hariyali Teej 2023: बन रहे ये शुभ संयोग, करें पति की लंबी उम्र के लिए उपाय
Hariyali Teej 2023: बन रहे ये शुभ संयोग, करें पति की लंबी उम्र के लिए उपाय कहा जाता है कि इस दिन माता पार्वती ने कठोर तप से भगवान शिव को पाया था उसी दिन से शादीशुदा महिलाएं अपना पति की लंबी उम्र और कुंवारी लड़कियाँ मनचाहा वर प्राप्त करने के लिए यह व्रत रखती हैं उत्तर भारत के बहुत से क्षेत्रों में इस दिन मेला लगता है शादीशुदा महिलाएं इस दिन साज-श्रृंगार करती हैं. महिलाएं शिव- पार्वती की पूजा करती हैं, उनको भोग लगाती हैं. लोग घरों मे तरह –तरह के पकवान बनाते हैं
हरियाली तीज शुभ संयोग Timing
इस बार हरियाली तीज के दिन रवि योग बनने जा रहा है. रवि योग शनिवार 19 अगस्त की रात 1 बजकर 47 मिनट पर शुरू होगा और खत्म अगले दिन इतवार 20 अगस्त सुबह 5 बजकर 53 मिनट पर होगा.
हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज प्रेम और समृद्धि का त्योहार है. यह महिलाओं के लिए अपने पतियों और परिवार की भलाई के लिए कामना के लिए मनाया जाता है. यह त्यौहार महिलाओं के लिए अपने दोस्तों और परिवार के साथ मिलने और उत्सव का आनंद लेने का भी समय है
Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज पूजन विधि – poojan vidhi
- सुबह जल्दी सूरज निकलने से पहले उठें
-भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करें. - घर मे गंगाजल छिड़ककर घर को शुद्ध करें.
- पानी मे गंगाजल डालकर स्नान करें.
-लाल या हरे रंग का कपड़े पहनें. - मंदिर मे चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछायें.
- मिट्टी के शिव – पार्वती बनाकर स्थापित करें.
- माता पार्वती का सोलह श्रृंगार करें .
- फल, फूल, मेवा – मिठाई चढ़ाएं.
- पूरे दिन निर्जला उपवास रखें.
- शाम को तुलसी की पूजा करें.
- शाम को उपवास खोलकर कुछ मीठा खायें.
हरियाली तीज की रस्में
हरियाली तीज की रस्में अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होती हैं, लेकिन कुछ सबसे आम रस्मों में शामिल हैं
1. हरियाली तीज का मुख्य अनुष्ठान देवी पार्वती और भगवान शिव की पूजा करना है. महिलाएं अपने पति और परिवार की खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं.
2. महिलाएं हरियाली तीज का व्रत रखती हैं. शाम को पूजा के बाद व्रत खोला जाता है
3. हरियाली तीज पर मेहंदी लगाना एक लोकप्रिय परंपरा है. ऐसा माना जाता है कि मेंहदी सौभाग्य और समृद्धि लाती है.
4. हरियाली तीज पर महिलाएं नए कपड़े पहनती हैं. खासकर हरा रंग के जो इस त्यौहार का प्रतीक है.
5. हरियाली तीज पर झूला झूलना एक पारंपरिक प्रथा है. महिलाएँ बगीचों में या पेड़ों के नीचे झूला झूलती हैं.
6. हरियाली तीज पर कई विशेष पकवान पकाये जाते हैं. इनमे से कुछ खास पकवान में घेवर, बर्फी और जलेबी शामिल हैं.