तप और धयान में लीन माता ब्रह्मचारिणी के साथ केसीएस स्कूल में लोगों को हंसाने का प्रया
कटनी -जगत जननी मां की उपासना एवम आराधना का महापर्व नवरात्रि में कटनी शहर दुल्हन की तरह सजा दिखाई देता है । मां दुर्गा की भव्य प्रतिमाओं और लाइट डेकोरेशन की चकाचौंध के साथ दुर्गा समितियां पूजा पंडाल को अंतिम रूप देने लगी हुई हैं। शहर के अनेक दुर्गा पंडाल चर्चित एवम जनाकर्षण का केंद्र रहे है जहां समितियों के द्वारा मां दुर्गा के विविध स्वरूपों के मध्य अनोखी और संदेश देती प्रस्तुति की जाती है । वीरू दुर्गोत्सव समिति द्वारा स्थापित के सी एस स्कूल का दुर्गा पंडाल हमेशा ही जन आकर्षण का केंद्र रहा हैं । कभी मां दुर्गा की कलात्मक व मनोहारी छवि को लेकर तो कभी ऐतिहासिक इमारतों और मंदिरों की अनुकृति के निर्माण को लेकर वीरू दुर्गा उत्सव समिति का भी अपना एक अलग मुकाम है । समिति के द्वारा कई दशकों से केसीएस स्कूल के प्रांगण में कुछ नया कर दिखाने की चाहत में सदस्यों के द्वारा मंच सज्जा को लेकर खासा उत्साह दिखाई देता है । गत वर्ष कोरोना महामारी के मद्देनजर कोरोना वायरस रूपी दानव का वध मां जगदंबे द्वारा किया गया था ,श्रद्धालुओं ने मां के इस स्वरूप को बहुत ही सराहा था । वही विगत वर्ष चंद्रयान की सफलता पर देश में जो उपलब्धि हासिल हुई थी उसका भी सजीव चित्रण इस पंडाल में देखा गया था ,समिति के अध्यक्ष अयूर ताम्रकार ने बताया कि इस वर्ष मां दुर्गा को साध्वी के रूप में तप और ध्यान में लीन माता ब्रह्मचारिणी के स्वरूप की स्थापना की जा रही है ।
वहीं हंसी का खजाना बच्चों का मनपसंद कामिक्स और कार्टून सीरियल मोटू पतलू की चलित झांकी की प्रस्तुति के साथ लोगों का तनाव भरे जीवन शैली के बीच हंसने और गुदगुदाने का प्रयास किया जा रहा है । समिति अध्यक्ष अयूर ताम्रकार ने यह भी बताया कि इस वर्ष माता के भक्तों की भावना , श्रद्धालुओं की थकान व स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर स्कूल के प्रांगण में शुद्ध पेयजल व बैठक व्यवस्था की जा रही है । इसके अलावा यदि किसी श्रद्धालु को स्वास्थ्य के लिहाज से कोई तकलीफ होती है तो आकस्मिक चिकित्सा कक्ष भी बनाया जाएगा जहां पर आकस्मिक चिकित्सा के निशुल्क दवा की व्यवस्था रखी जाएगी । साथ ही कई ऐसी माताएं होती हैं जिन्हें अपने नौनिहालों को स्तनपान कराना होता है लेकिन भीड़भाड़ में परेशान होती है उन माताओ कोई तकलीफ ना हो इसके लिए आंचल कक्ष भी निर्मित किया जाएगा । इसके साथ ही नवरात्रि के पर्व पर कान फोड़ू तेज आवाज में बजते डीजे की धमक से श्रद्धालु जन हलकान हो जाते हैं, उनकी भावनाओं को ध्यान में रखकर वाद्य संगीत इंस्ट्रूमेंटल देवी गीत के द्वारा उन्हें सुकून दिलाने का प्रयास समिति के द्वारा किया जाएगा । समिति के द्वारा यह संदेश देने का प्रयास है कि वास्तव में धर्म जन कल्याण एवम सहयोग करने की भावना का स्वरूप है । के सी एस स्कूल की भव्य प्रतिमा का निर्माण जबलपुर के मूर्तिकार करण आर्ट के द्वारा कैलवारा मार्ग पर किया जा रहा है । वहीं लाइट डेकोरेशन स्थानीय बबला टेंट हाउस के द्वारा किया जा रहा है मां जगदंबे की यह छवि श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहेगी ।