Amit Shah in Kaushambi: कौशांबी में अमित शाह के मंच पर होंगे राजा भैया, यूपी में अब कौन सी चाल चलने जा रही BJP?
Amit Shah in Kaushambi: कौशांबी में अमित शाह के मंच पर होंगे राजा भैया, यूपी में अब कौन सी चाल चलने जा रही BJP?

Amit Shah in Kaushambi: कौशांबी में अमित शाह के मंच पर होंगे राजा भैया, यूपी में अब कौन सी चाल चलने जा रही BJP?, चौथे फेज का चुनाव होने वाला है, जिसको लेकर बीजेपी अपनी सियासी रणनीति मजबूत कर रही है. खासतौर पर यूपी में बीजेपी ने अब अपना मेन फोकस ठाकुर वोट बैंक पर सेट किया है. इसके लिए अपने मंच पर क्षत्रिय नेताओं को लाने की कोशिश कर रही है. कल यानी 12 मई को अमित शाह कौशांबी से भाजपा प्रत्याशी विनोद सोनकर को समर्थन देने और ठाकुरों को अपने साथ करने के लिए जाने वाले हैं.
मध्य प्रदेश में ठाकुरों का विरोध देख चुकी बीजेपी अब किसी तरह के रिस्क लेने के मूड में नहीं है. तीन चरणों के चुनाव के बाद बीजेपी ने अचानक अपनी स्ट्रेटजी में बड़ा बदलाव किया है. इसकी शुरुआत कौशांबी में होने वाली बीजेपी के मुख्य रणनीतिकार और केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह की सभा से होने की संभावना है. माना जा रहा है कि इस सभा में प्रतापगढ़ से राजा भैया अमित शाह के साथ मंच पर होंगे तो जौनपुर से धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी भी अमित शाह के सुर में सुर मिलाती नजर आएंगी.
इन दोनों दिग्गज ठाकुर नेताओं के अमित शाह के मंच पर होने का संदेश पूरे उत्तर प्रदेश में तो जाएगा ही, इसका असर देश के अन्य ठाकुर बाहुल्य सीटों पर भी पड़ने की संभावना है. खासतौर पर उत्तर प्रदेश की कौशाम्बी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीट मुख्य फोकस है. इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों में ठाकुरों की तादात काफी ज्यादा है. बीजेपी किसी भी हाल में इन्हीं अपने पक्ष में करने की तैयारी में जुट गई है. इसी लक्ष्य को देखते हुए 12 मई को गृहमंत्री अमित शाह का कार्यक्रम यहां रखा गया है.
विनोद सोनकर के विरोधी रहे हैं राजा भैया
वैसे तो अमित शाह कौशांबी से भाजपा के प्रत्याशी विनोद सोनकर का प्रचार करने आ रहे हैं. वह बाबागंज विधानसभा क्षेत्र के हीरागंज नगर पंचायत स्थित सिद्धपीठ मां नायर देवी धाम में जनसभा को संबोधित करेंगे. चूंकि अब तक राजा भैया बीजेपी उम्मीदवार विनोद सोनकर का विरोध कर रहे थे, लेकिन पिछले सप्ताह बेंगलुरु में राजा भैया और अमित शाह की मुलाकात के बाद स्थिति काफी बदल गई है. लोगों के मन में अब ये सवाल है कि क्या इस जनसभा के दौरान राजा भैया विनोद सोनकर के समर्थन में कुछ कहेंगे या सिर्फ प्रमुख विपक्षी दल पर ही हमला करेंगे.