कटनी। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा विशेष कल्याणकारी मानी जाती है। आदि शक्ति मां दुर्गा की परम कृपा प्राप्त करने के लिए नवरात्रि का समय बेहद शुभ होता है। नवरात्रि में अष्टमी का खास महत्व होता है। इस दिन कन्या पूजन का खास महत्व होता है।
इस दिन मिट्टी के नौ कलश रखे जाते हैं और देवी दुर्गा के नौ रूपों का ध्यान कर उनका आह्वान किया जाता है। इसलिए आज चैत्र नवरात्र पर्व की अष्टमी शहर सहित उपनगरीय क्षेत्र व जिले के ग्रामीण अंचलों पर स्थित सभी देवी मंदिरों में महाअष्टमी श्रृद्धा, भक्ति व आस्था के साथ मनाई गई। देवी मंदिरों ने हवन, पूजन, कन्याभोज व भंडारे का आयोजन किया गया। शहर की प्रसिद्ध जालपा मढिय़ा सहित आजाद चौक स्थित दुर्गा मंदिर, झंडा बाजार स्थित शारदा माता मंदिर व दुर्गा मंदिर, पाठक वार्ड की बलखंडी मढिय़ा, चंडिका नगर कुठला स्थित मां चंडिका माता मंदिर, उपनगरीय क्षेत्र छपरवाह स्थित देवी मंदिर, लखेरा देवी मंदिर सहित शहर व उपनगरीय क्षेत्रों में नवरात्र पर्व की अष्टमी विभिन्न अनुष्ठानों के बीच मनाई गई।
महाअष्टमी को दुर्गा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार अष्टमी तिथि 15 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से शुरू हुई और समापन आज 16 अप्रैल को दोपहर 1 बजकर 23 मिनट पर हुआ। नवरात्रि की अष्टमी के दिन कन्या पूजन करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए आज घर-घर कन्याभोज का भी आयोजन किया गया।