तूल पकड़ रहा ग्लोरियस कालेज आफ पैरामेडिकल का मामला, प्रबंधन के बाद पूर्व छात्र ने कलेक्टर को शिकायत देकर की जांच की मांग

कटनी। नईबस्ती के सिंधी स्कूल में संचालित ग्लोरियस कालेज आफ पैरामेडिकल कालेज के मामले में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है तथा कालेज प्रबंधन के बाद कालेज के पूर्व छात्र प्रिंस पटेल ने खुद को इंडियन स्टूडेंट यूनियन का जिला अध्यक्ष बताते हुए यूनियन के लेटर पेड पर कलेक्टर को शिकायत देकर कालेज में अध्ययनरत छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की जांच कराने की मांग की है। इंडियन स्टूडेंट यूनियन जिला अध्यक्ष एवं कालेज के पूर्व छात्र प्रिंस पटेल ने शिकायत में आरोप लगाया है कि ग्लोरियस कालेज पैरामेडिकल की मान्यता नहीं होने के बावजूद कालेज में एडमीशन किए जा रहे हैं। शिकायत में प्रिंस पटेल का आरोप है कि ग्लोरियस कालेज पैरा मेडिकल कालेज की मान्यता नही होने के बावजूद भी नियम विरूद्ध कालेज में नये छात्रों का एडमीसन वर्ष 2024-25 में किया जा रहा है। कालेज के द्वारा मान्यता नही होने के बाद भी छात्रों से अवैध फीस वसूल की जा रही है जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। कालेज में नये छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इसके पूर्व वर्ष 2021-22 में जिन छात्रों को फीस लेकर एडमीसन किया गया था, उन छात्रों की आज तक वार्षिक परीक्षा नही ली गई है। उनका भविष्य खराब हो गया है। शिकायत में आरोप लगाया है कि यह कालेज छात्रवृत्ति हड़पने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, जिससे शासन को लाखों रूपये का चूना लगाया जा रहा है। शिकायत में कालेज की जांच करते हये तत्काल कालेज को छात्रों के हित में बन्द कराये जाने की भी मांग की गई है।गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व ग्लोरियस कालेज आफ पैरामेडिकल प्रबंधन ने पूर्व छात्र प्रिंस पटेल पर पत्रकार बन कर परेशान करते हुए एक लाख रूपए की मांग करने का आरोप लगाया था और इस संबंध में एक शिकायत कालेज के संचालक डी.पी.साहू ने पुलिस से करने की बात मीडिया के सामने कहीं थी।
बहरहाल प्रशासन को चाहिए की वो दोनों पक्षों द्वारा लगाए गए आरोपों की गम्भीरता से जांच कर सच्चाई का खुलासा करें।