मीडिया से बचने के लिए जब सचिन को पहनना पड़ा बुर्का

यूं तो हर किसी के मन में ‘खास’ बनने की तमन्ना पलती रहती है, मगर जो लोग खास बन जाते हैं, कई बार उनकी अच्छी-खासी फजीहत हो जाती है। सचिन तेंदुलकर को ही लीजिए। इस सेलिब्रिटी क्रिकेटर को एक बार अपने कंधे और कोहनी के इलाज के लिए बुर्का पहनकर छुपतेछुपाते डॉक्टर तक जाना पड़ा था। उन्हें डर था कि
यदि मीडिया को उनके आने का पता चल गया तो वे उन्हें घेर लेंगे और इलाज नहीं हो पाएगा। किस्सा सन् 2005 का है। ये दौर सचिन तेंदुलकर के लिए क्रिकेट के नजरिए से बहुत अच्छा नहीं था। उस साल मार्च में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम तीन टेस्ट और सात एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलने भारत आने वाली थी।
सचिन उस समय बाएं हाथ की कोहनी की चोट से जूझ रहे थे और इलाज के लिए टीम से बाहर थे। मगर पाकिस्तान से खेलने के लिए सचिन ने कोहनी के दर्द को अनदेखा कर खुद को प्रैक्टिस में झोंक दिया। इससे दर्द और बढ़ गया। डॉक्टर ने कोहनी का ऑपरेशन करने की बात कही तो सचिन निराश हो गए।
अंततः 25 मई 2005 को ऑपरेशन हुआ और सचिन साढ़े चारमाह के लिए क्रिकेट से दूर हो गए। ऑपरेशन के पांच माह बाद सचिन ने घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू किया ताकि जकड़ गए शरीर को लचीला बनाना शुरू करें। मगर लंबी जकड़न के बाद अचानक खेलना शुरू करने के कारण दायां कंधा दर्द करने लगा।
ये एक नई मुसीबत थी, जिसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना था। सचिन का इलाज कर रहे डॉक्टर एंडू्र वैलेस उस दिन दिल्ली में थे। सचिन प्राइवेट जेट से तुरंत दिल्ली पहुंचे, लेकिन मीडिया को इसकी भनक लग गई। सचिन जानते थे कि यदि एक और चोट की बात मीडिया में आई तो समझो उनका कॅरियर खत्म! इसलिए उन्होंने मीडिया से बचने के लिए दिल्ली में बुर्का पहना और छुपते-छुपाते डॉक्टर तक पहुंचे।