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भिंड, मंदसौर सहित कुछ जिलों में स्टोर रूम से EVM गायब!

भोपाल। चंद माह बाद मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायतराज संस्थाओं के चुनाव होंगे। इस बीच चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के भौतिक सत्यापन में भिंड, मंदसौर सहित कुछ अन्य जिलों के स्ट्रांग रूम से ईवीएम गायब होने की जानकारी सामने आई है। आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बड़ी गड़बड़ी की आशंका जताई है। वहीं, आयोग की सचिव सुनीता त्रिपाठी का कहना है कि ईवीएम जिला निर्वाचन अधिकारी के आधिपत्य में रहती हैं। इनकी हिफाजत और देखभाल करने का जिम्मा भी उन्हीं का है।

दुबे ने सूचना का अधिकार कानून के तहत प्राप्त भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट के आधार पर आरोप लगाया कि जिलों में ईवीएम के रखरखाव में काफी गड़बड़ियां सामने आई हैं। मंदसौर के स्ट्रांग रूम में 960 कंट्रोल यूनिट रखी थीं लेकिन सत्यापन में दो कम मिलीं। इसी तरह 2900 बैलेट यूनिट में से आठ गायब मिलीं। उमरिया के स्ट्रांग रूम से नौ मैमोरी मशीन नहीं पाई गई।

इसी तरह सिवनी में 10 मैमोरी मशीन कम मिली तो 10 कंट्रोल यूनिट स्टोर रूम में नहीं थीं। कलेक्टर की ओर से रिपोर्ट में बताया गया कि इन मशीनों को सुधार के लिए अप्रैल 2017 में ईसीआईएल हैदराबाद भेजा गया था, जो आज तक वापस नहीं आई। प्रशिक्षण की एक बैलेट यूनिट स्टोर रूम में नहीं मिली। बताया गया कि यह प्रशिक्षण के लिए लानादौन जनपद पंचायत को दी गई है, जो अप्राप्त है।

ग्वालियर की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट में एक कंट्रोल यूनिट कम पाई गई। दो बैलेट यूनिट भी सत्यापन में नहीं मिली। 28 मैमोरी यूनिट भी गायब मिली। इन खामियों को लेकर कलेक्टर ने रिपोर्ट दी कि दो बैलेट यूनिट ग्वालियर नगर निगम के 2014 के चुनाव के दौरान मतदान केंद्र पर हुई घटना के कारण थाने में जमा है तो एक खराब कंट्रोल यूनिट स्ट्रांग रूम के बाहर स्थानीय निर्वाचन कार्यालय को ट्रेनिंग के लिए मिली।

दस कंट्रोल यूनिट और दो बैलेट यूनिट रिपेयरिंग में ईसीआईएल के इंजीनियरों ने स्थायी रूप से खराब बताईं। 27 मैमोरी यूनिट का उपयोग उप निर्वाचन 2018 में किया गया जो कोषालय में जमा हैं। एक मैमोरी यूनिट प्री एफएलसी के दौरान गुम हुई, जिसकी एफआईआर कराई गई और जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव दिया है।

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