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तालाब बना नहीं, निकाल ली सरकारी राशि

स्लीमनाबाद। जनपद पंचायत बहोरीबंद के अंतर्गत आने वाली एक दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों में पिछले कुछ समय से शासकीय राशि में जमकर बंदरबाट की जा रही है। सड़क निर्माण के लिए मिली इस राशि का दुरूपयोग किए जाने की शिकायतें रूकने का नाम नहीं ले रही है। ग्रामीणों द्वारा शिकायतें किए जाने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग रहा है।

कलेक्टर विशेष गढ़पाले द्वारा जनपद पंचायत बहोरीबंद की कई ग्राम पंचायतों में भ्रमण के दौरान इन अनियमितताओं को पकड़ते हुए कार्यवाही के निर्देश दिए गए लेकिन जनपद पंचायत के अधिकारियों ने इन मामलों में दोषियों के विरूद्ध न तो जांच की और न ही कार्यवाही।

शासकीय राशि में गड़बड़ी के आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आए हैं। जिसमे कार्यवाही के नाम पर केवल लीपापोती की गई है। इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत बहोरीबंद के अंतर्गत ग्राम पंचायत रामपाटन में विगत दिनों कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने भ्रमण के दौरान सीसी रोड के निर्माण में अनियतिताएं पकड़ी थी।

यहां शासकीय राशि का दुरूपयोग करते हुए सीमेंट की बजाए रेत से सड़क का निर्माण किया जा रहा था। 12 लाख रूपए की लागत से हो रहे इस निर्माण में सरपंच और सचिव की मिलीभगत को लेकर कलेक्टर ने सड़क का निर्माण पुनः कराए जाने के आदेश दिए थे लेकिन आज तक न तो सरपंच, सचिव के विरूद्ध कोई कार्यवाही की गई और न ही सड़क का निर्माण पुनः शुरू हुआ।
कलेक्टर ने पकड़ी थी मजदूरों की फर्जी हाजिरी
ग्राम पंचायत जुझ़ारी में 14वां वित्त आयोग से प्राप्त राशि में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं किए जाने का मामला सामने आया था। जिसमे ग्राम पंचायत के उपसरपंच और रोजगार सहायक ने अधिकारियों की मिलीभगत से करीब 12 लाख रूपए की राशि का गबन किया था, सीईओ द्वारा इस मामले की जांच में गबन किया जाना पाया गया था। इसमे से कुछ राशि सिंदुरसी के रोजगार सहायक लालसिंह पटेल के खाते से राशि का ट्रांसफर किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। ग्राम पंचायत मोहनियाराम में कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने भ्रमण के दौरान मस्टर रोल में 10 मजदूरों की फर्जी हाजिरी पकड़ी थी। जिसमे रोजगार सहायक श्रवण यादव की सेवा समाप्ति का आदेश दिया गया था लेकिन जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने इस मामले को दबा दिया।
नहीं की गई सरकारी राशि की वसूली
ग्राम पंचायत पोड़ी में सड़क निर्माण में अनियमितताएं बरतने पर कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने सचिव और रोजगार सहायक को निलंबित करने के आदेश दिए थे। लेकिन इस मामले में भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इसी तरह स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पूर्व सचिव गोविन्द पटेल द्वारा 8 लाख रूपए का गबन किया गया था लेकिन उक्त पूर्व सचिव से शासकीय राशि की वसूली नहीं की गई। जनपद के अधिकारियों ने मामले को ठंडे बस्ते में दबा दिया। एक अन्य मामले में ग्राम पंचायत बडखेरा में वर्ष 2009-10 में राज्य सरकार द्वारा 4 लाख रूपए की लागत से आंगनबाड़ी भवन निर्माण स्वीकृत किया गया था लेकिन ग्राम पंचायत की लापरवाही के चलते अब तक आंगनबाड़ी भवन का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही स्कूल के लिए निर्माणाधीन अतिरिक्त कक्ष का निर्माण भी अधर में है। सीईओ ने सरपंच और सचिव के विरूद्ध इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की।
ग्राम पंचायत सिंदुरसी में साले-बहनोई का कारनामा
ग्राम पंचायत सिंदुरसी में सरपंच और रोजगार सहायक साले बहनोई है। दोनों पर 14वां वित्त आयोग से मिली राशि का गबन किए जाने की शिकायत की गई थी। बताया जाता है कि सीसी रोड के निर्माण बेस तैयार नहीं किया गया और जहां तक सड़क का निर्माण होना था, वहां तक सड़क नहीं बनाई गई। वर्ष 2016-17 में अनंतराम पिता भारत लोधी के खेत में तालाब के निर्माण में मजदूरों ने 5 दिन कार्य किया लेकिन सरपंच और रोजगार सहायक ने भ्रष्टाचार करते हुए 6 दिन की मजदूरी रिकार्ड में दर्ज की गई और शासकीय राशि का आहरण कर लिया गया। तालाब के निर्माण में 49 हजार रूपए की राशि व्यय की गई है लेकिन जिस हितग्राही के खेत में तालाब निर्माण किया जाना बताया जा रहा है, उसके खेत में न तो तालाब बना है और न ही उसे इसकी जानकारी है। इसी तरह का एक मामला ग्राम पंचायत सिंदुरसी का है, जहां पर सरपंच और रोजगार सहायक ने सीईओ से मिलकर तालाब निर्माण की 42 हजार रूपए की राशि का गबन कर लिया।
15 की बजाए 17 हजार का आहरण
इसी तरह एक अन्य मामले में ग्राम पंचायत सिंदुरसी में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत रोजगार गारंटी के तहत मजदूरी की राशि दिए जाने का प्रावधान है लेकिन रोजगार सहायक के द्वारा हितग्राही सुनील वंशकार को मस्टर के द्वारा 15 हजार रूपए की राशि दी गई और 17 हजार 400 रूपए की राशि शासन के खाते से आहरित करते हुए अनियमितताएं की। शिकायतों में यह भी बताया गया है कि जो मजदूर कार्य में नहीं आते हैं, उनकी फर्जी हाजिरी लगाकर राशि हड़पी जा रही है।

तिलक कालेज में निर्माण कार्यों को लेकर प्रभारी मंत्री से शिकायत
कटनी। तिलक कालेत में व्याप्त समस्याओं को लेकर गत दिवस कटनी पहुंचे प्रभारी मंत्री जयंत मलैया को भाजपा नेता ललित गुप्ता ने लिखित शिकायत सौंप कर कार्रवाई की मांग की है। श्री गुप्ता ने आरोप लगाया कि यहां प्राचार्य द्वारा निर्माण कार्यों में रूचि नहीं ली जा रही जिससे छात्रों में असंतोष है। शिकायत में यहां हुए कुछ निर्माण कार्यों पर भी ध्यान दिलाते हुए इनकी जांच कराये जाने की मांग की गई। शिकायत के अनुसार कालेज में निर्माण में भारी भ्रष्टाचार किया गया। कैंटीन निर्माण वर्षों से अधर में पड़ा है। लाखों रूपये खर्च होने के बावजूद अब तक यह प्रारंभ नहीं हो पाया। इसी तरह किसी भी निर्माण कार्य में गुणवत्ता विहीन कार्य किया गया जिसमें लाखों रूपये का भ्रष्टाचार साफ उजागर है। चाहे वह नये भवन का निर्माण हो या फिर डिजिटल कक्ष का निर्माण यहां बाउंड्रीवाल के निर्माण कार्य में भी नियमों की अनदेखी की गई है। आरोप यह भी लगाया गया कि निर्माण कार्य और सुविधाओं को लेकर प्राचार्य की जिम्मेदारी तय होना चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। प्रभारी मंत्री को लिखित शिकायत के साथ मौखिक जानकारी भी श्री गुप्ता के द्वारा दी गई जिस पर प्रभारी मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया है।

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