चेन्नई सुपर किंग सातवीं बार आईपीएल फाइनल में, दी सनराइजर्स को मात

मुम्बई। फॉफ डु प्लेसिस की धमाकेदार अर्द्धशतकीय पारी (67 नाबाद) की मदद से चेन्नई सुपर किंग्स ने मंगलवार को आईपीएल 2018 के पहले क्वालीफायर में सनराइजर्स हैदराबाद पर 2 विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। चेन्नई ने इसी के साथ सातवीं बार आईपीएल के फाइनल में प्रवेश किया। कार्लोस ब्रैथवेट के नाबाद 43 रनों की मदद से सनराइजर्स ने 7 विकेट पर 139 रन बनाए। जवाब में चेन्नई ने 5 गेंद शेष रहते 2 विकेट से जीत दर्ज की।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे चेन्नई को पहला झटका भुवनेश्वर कुमारा ने दिया जब उन्होंने शेन वॉटसन (0) को विकेटकीपर गोस्वामी के हाथों झिलवाया। इसके बाद सिद्धार्थ कौल ने पारी के चौथे ओवर में चेन्नई को लगातार दो गेंदों पर दो झटके दिए। उन्होंने सुरेश रैना (22) को राउंड द लेग्स बोल्ड किया। कौल ने अगली गेंद पर फॉर्म में चल रहे अंबाती रायुडू का ऑफ स्टंप उड़ा दिया। राशिद की रांग वन को महेंद्रसिंह धोनी (9) समझ नहीं पाए और बोल्ड हो गए। इसी के साथ सनराइजर्स की मैच पर पकड़ मजबूत हो गई। ड्वेन ब्रावो (7) राशिद खान की गेंद पर स्लिप में शिखर धवन को कैच थमाकर पैवेलियन लौटे। रवींद्र जडेजा ने संदीप शर्मा की नकल बॉल पर उन्हीं को कैच थमा दिया। दीपक चाहर ने फॉफ डु प्लेसिस के साथ सातवें विकेट के लिए 30 रन जोड़े, लेकिन वे 10 रन बनाकर संदीप शर्मा की गेंद पर लांग ऑन पर ब्रैथवेट द्वारा डाइव लगाकर लपके गए।
प्लेसिस ने ब्रैथवेट की गेंद पर छक्का लगाकर फिफ्टी पूरी की। वे 37 गेंदों में इस मंजिल तक पहुंचे। प्लेसिस 42 गेंदों में 5 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 67 रन बनाकर नाबाद रहे।
इसके पूर्व चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले क्वालीफायर में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सनराइजर्स को मैच की पहली ही गेंद पर पहला झटका लगा जब दीपक चाहर की गेंद को शिखर धवन स्टंप्स पर खेल बैठे। धवन ने गेंद को शरीर से दूर खेला और वे शॉट पर नियंत्रण नहीं रख पाए। श्रीवत्स गोस्वामी 12 रन बनाने के बाद लुंगी नजीडी द्वारा अपनी गेंद पर फॉलोथ्रू में शानदार तरीके से लपके गए। अभी हैदराबाद इस सदमे से उबरा भी नहीं था कि शार्दुल ठाकुर ने केन विलियम्सन को आउट कर उसे करारा झटका दिया। फॉर्म में चल रहे विलियम्सन 15 गेंदों में 4 चौकों की मदद से 24 रन बनाने के बाद विकेटकीपर धोनी को कैच दे बैठे।
कप्तान केन विेलियम्सन की तरह शाकिब भी लेग स्टंप के बाहर की गेंद पर विकेटकीपर धोनी को कैच दे बैठे, इस बार भाग्यशाली गेंदबाज थे ड्वेन ब्रावो। सनराइजर्स 50 रनों पर 4 विकेट खोकर मुश्किल में आ गया। मनीष पांडे 8 रन बनाकर रवींद्र जडेजा को रिटर्न कैच दे बैठे और सनराइजर्स की आधी टीम 68 रनों के अंदर पैवेलियन लौट गई। यूसुफ पठान 24 रन बनाने के बाद ड्वेन ब्रावो द्वारा अपनी ही गेंद पर शानदार तरीके से लपके गए। इसके बाद कार्लोस ब्रैथवेट (43 नाबाद) ने स्कोर को सम्मानजनक बनाने में अहम भूमिका निभाई। ब्रैथवेट ने 29 गेंदों पर 1 चौके और 4 छक्कों की मदद से ये रन बनाए।
चेन्नई ने प्लेइंग इलेवन में एक बदलाव कर सैम बिलिंग्स की जगह शेन वॉटसन को शामिल किया। हैदराबाद ने समान प्लेइंग इलेवन के साथ उतरने का फैसला किया।
आईपीएल 2018 में मंगलवार को पहले क्वालीफायर में दो शीर्ष टीमों सनराइजर्स हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच रोमांचक संघर्ष की उम्मीद है। वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले पहले क्वालिफायर मुकाबले में जो टीम जीतेगी, वो सीधा 27 मई को खिताबी मुकाबले में अपनी जगह पक्की कर लेगी। वहीं हारने वाली टीम के पास भी दूसरा मौका होगा। ये टीम कोलकाता में 25 मई को दूसरा क्वालिफायर खेलेगी।
सनराइजर्स पर भारी है सीएसके
सनराइजर्स के खिलाफ होने वाले पहले क्वालिफायर में सीएसके का पलड़ा भारी रहेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि लीग स्टेज मे चेन्नई सुपर किंग्स ने सनराइजर्स के खिलाफ हुए दोनों ही मैच जीते। जहां एक मैच में सीएसके ने 4 रन से जीत दर्ज की तो वहीं दूसरे मैच में उसने 8 विकेट से SRH को हराया। लीग स्टेज का अपना आखिरी मुकाबला भी सीएसके ने जीता है। ऐसे में पहले क्वाफिफायर में धोनी की सीएसके का पलड़ा भारी दिख रहा है।
वहीं सनराइजर्स के लिए थोड़ी परेशानी दिख रही है, क्योंकि सनराइजर्स लीग स्टेज के अपने आखिरी तीनों मुकाबले हार गई। सनराइजर्स हैदराबाद ने दस मई को दिल्ली डेयरडेविल्स को हराने के साथ ही प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर ली थी। मगर इसके बाद सनराइजर्स को चेन्नई सुपर किंग्स, रॉयल चैलेंजर्स बंगलोर और कोलकाता नाइटराइडर्स से लगातार तीन मैच हारने पड़े।
पिछले तीन मैचों में सनराइजर्स की गेंदबाजी बिखर नजर आई है। इसी वजह से सनराइजर्स को लीग के अपने आखिरी तीनों मैच में हार का मुंह देखना पड़ा। पहले क्वालिफायर में चेन्नई सुपर किंग्स का दावा इसलिए भी मजबूत दिख रहा है,क्योंकि सुपर किंग्स ने सनराइजर्स के लगातार 6 मैच जीतने के अभियान पर ब्रेक लगाया था, जब 13 मई को पुणे में सीएसके ने आठ विकेट से जीत दर्ज की थी।