कोमल को मिला कठोर परिश्रम का प्रतिफल, समाज गौरवान्वित
कटनी। नायब तहसीलदार के पद पर चयनित कटनी की बेटी कोमल को कठोर परिश्रम का प्रतिफल मिला। कोमल रैकवार का मांझी समाज ने आज सम्मान किया ।
मध्यप्रदेश लोक आयोग (एमपीपीएससी) की परीक्षा में नायब तहसीलदार के पद पर चयनित शहर की होनहार बेटी कोमल रैकवार का आज रविवार को मांझी समाज जिला कटनी के पदाधिकारियों ने उनके निवास पहुंचकर सम्मान किया।
इस दौरान समाज के जिलाध्यक्ष महेश सोंधिया, संरक्षक योगेश सोंधिया एवं नगर अध्यक्ष आशीष रैकवार ने कोमल को नायब तहसीलदार के पद पर चयनित होने की बधाई देते हुए शाल श्री फल भेंटकर उसका सम्मान किया।
जिलाध्यक्ष महेश सोंधिया ने कहा कि कोमल की इस सफलता से पूरे मांझी समाज का मान बढ़ा है। समाज के युवाओं को कोमल से पे्ररणा लेना चाहिए। लोगों को अपने बेटे-बेटियों को अच्छी से अच्छी शिक्षा दिलाना चाहिए। जिससे ये बच्चे आगे जाकर अपने माता पिता और समाज का रोशन कर सके।
संरक्षक योगेश सोंधिया ने कहा कि कोमल जिस तरह से अपने लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ी और कड़ी मेहनत और परिश्रम करके अपनी मां का सपना पूरा किया, उससे यही संदेश मिलता है कि जीवन में मेहनत और परिश्रम से अपने लक्ष्यों को पूरा किया जा सकता है।
श्री सोंधिया ने कहा कि मांझी समाज को कोमल पर गर्व है। इस दौरान कोमल ने पढ़ाई, एमपीपीएससी की तैयारी और नायब तहसीलदार के पद पर चयन को लेकर अपने अनुभव भी साझा किए। कोमल ने बताया कि उसकी मां का शुरू से ही सपना था कि वे अफसर बने और उसने मां के इस सपने को साकार करने के लिए जी तोड़ मेहनत की।
कटनी डिग्री कॉलेज से एम कॉम करने के बाद उसने इंदौर जाकर एमपीपीएससी की तैयारी की और आज ईश्वर की कृपा से नायब तहसीलदार के पद पर चयनित होकर अपनी मां का सपना पूरा किया। कोमल ने यह भी बताया कि नायब तहसीलदार के पद पर उसका चयन अनारक्षित श्रेणी से हुआ है और उसका लक्ष्य आईएएस बनना है, जिसकी तैयारी अब वो करेगी। इस दौरान कोमल की मां शीला रैकवार ने कहा कि पति की मौत के बाद अपना और बेटी का गुजारा असंभव था। ऐसे कठिन समय में ससुरालवालों ने भी सहयोग नहीं दिया, तब उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे अपनी बेटी को आगे पढ़ाएंगी और उसे अफसर बनाएंगी और आज बेटी ने उनका यह सपना पूरा किया है।