आईपीएल में सबसे उम्रदराज टीम चेन्नई बनी चैम्पियन, “ओल्ड इस गोल्ड”

मुंबई. शेन वॉटसन के शतक की बदौलत चेन्नई ने आईपीएल-11 का फाइनल जीत लिया। चेन्नई ने सनराइजर्स हैदराबाद के 179 रन का टारगेट एक ओवर शेष रहते ही हासिल कर लिया। वाटसन पहले ऐसे बल्लेबाज बने, जिन्होंने फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक लगाया। चेन्नई इस आईपीएल में खिताब जीतने वाली सबसे उम्रदराज टीम बनी। उसने मुंबई के तीन बार खिताब जीतने के मुंबई के रिकॉर्ड की बराबरी की। इससे पहले हैदराबाद की ओर से कप्तान केन विलियम्सन ने 47 और यूसुफ पठान ने 45 रन बनाकर स्कोर 178 रन तक पहुंचाया। बता दें कि आईपीएल में अब तक केवल दो बार 178 से ज्यादा का लक्ष्य चेज किया गया है।
स्कोरबोर्डः चेन्नई सुपरकिंग्स
बल्लेबाज | रन | गेंद | 4s | 6s |
शेन वॉटसन* | 97 | 48 | 7 | 8 |
फाफ डू प्लेसी कै एंड बो. संदीप शर्मा | 10 | 11 | 1 | 0 |
सुरेश रैना कै. गोस्वामी बो. ब्रैथवेट | 32 | 24 | 3 | 1 |
अंबाती रायुडू* | 1 | 1 | 0 | 0 |
संदीप के एक ओवर में वॉटसन ने 3 छक्के, 2 चौके मारे
12.1 ओवरः कोई रन नहीं
12.2 ओवरः 4
12.3 ओवरः 6
12.4 ओवरः 6
12.5 ओवरः 6
12.6 ओवरः वाइड
12.6 ओवरः 4
विलियम्सन ने संभाली हैदराबाद की पारी
- इससे पहले हैदराबाद की ओर से एक बार फिर कप्तान केन विलियम्सन ने पारी संभाली और 47(36) रन बनाए। उन्होंने इस सीजन में 8 फिफ्टी लगाई हैं। उनके अलावा यूसुफ पठान 25 गेंदों पर 45 रनों की पारी खेली। चेन्नई की तरफ से लुंगी एंगिडी और दीपक चाहर ने किफायती गेंदबाजी की और इनकी इकॉनमी 7 से कम रही। बता दें कि इससे पहले आईपीएल फाइनल में केवल 2 बार 179 से ज्यादा रनों का पीछा किया गया है।
आईपीएल फाइनल में सबसे बड़े रन चेज
टारगेट | किसके बीच हुआ फाइनल | विजयी टीम | साल |
200 | कोलकाता vs पंजाब | कोलकाता | 2014 |
199 | कोलकाता vs चेन्नई | कोलकाता | 2012 |
164 | राजस्थान vs चेन्नई | राजस्थान | 2008 |
पहली पारी में चेन्नई की स्ट्रैटजी: रनरेट पर लगाम, ताकि विकेट मिलें
– चेन्नई ने पावर प्ले के 6 ओवरों में महज 42 रन दिए। तीसरे ओवर में 3 रन आए और चौथा ओवर मेडन रहा। इस दौरान हैदराबाद का एक बल्लेबाज आउट हुआ और रन रेट बढ़ाने का दबाव भी बढ़ा। 8वें ओवर में शिखर स्वीप करते हुए बोल्ड हुए।
– उधर, हरभजन की जगह टीम में आए कर्ण शर्मा ने 13वें ओवर हैदराबाद के सबसे विश्वसनीय बैट्समैन विलियम्सन का विकेट ले लिया। डेथ ओवर्स में भी एंगिडी, ब्रावो और शार्दुल ने दबाव बनाया।
पहली पारी में हैदराबाद की स्ट्रैटजी: स्ट्राइक रोटेशन, कम से कम 8 का रनरेट
हैदराबाद की टीम में चेन्नई जैसे पावर हिटर्स नहीं है। कप्तान विलियम्सन ने 47 रन बनाकर पारी को संभाला। शिखर और शाकिब के साथ साझेदारी के दौरान उन्होंने हर ओवर में एक बाउंड्री और स्ट्राइक रोटेशन पर फोकस किया, ताकि कम से कम 8 का रनरेट बरकरार रहे। इसका फायदा डेथ ओवर्स में बल्लेबाज उठा सकें। इसी योजना को 45 रन बनाने वाले यूसुफ ने भी जारी रखा।
पावर प्ले में सनराइजर्स
– दीपक चाहर ने मैच का पहली ही गेंद नो बॉल डाली।
– दूसरे ओवर में श्रीवत्स गोस्वामी 5 रन बनाकर रन आउट हुए।
– केन विलियम्सन ने 17 और धवन ने 18 रन बनाए। दोनों ने 1-1 छक्के लगाए।