विद्यार्थियों को मिट्टी परीक्षण का प्रशिक्षण दिया गया

कटनी । वीरांगना रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय बहोरीबंद में मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ आत्मनिर्भर स्वावलंबी एवं स्वरोजगार स्थापित करने के लिए जैविक खेती का प्रशिक्षण प्राचार्य इंद्र कुमार पटेल के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक मंजू द्विवेदी तथा विवेक चौबे के सहयोग से जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण के क्रम में मिट्टी परीक्षण करवाने से भूमि में पोषक तत्वों की मात्रा की जानकारी प्राप्त होती है तथा कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त करने की तकनीकी जानकारी दी गई। मिट्टी परीक्षण के लिए गर्मी में गेहूं की कटाई के बाद प्रति हेक्टेयर 15 से 20 नमूने 6 से 9 इंच की गहराई का गड्ढा खोदकर एक स्थान से 500 ग्राम मिट्टी लेकर सभी मिट्टी को मिलाकर बतलाई गई तकनीकी विधि से 500 ग्राम मिट्टी नमूना लेकर नमूना पत्र के साथ मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला भेजने के विषय में बतलाया गया।
मिट्टी परीक्षण से प्राप्त परिणाम पत्र में दी गई सिफारिश के अनुसार फसलों में खाद डालने की सलाह दी गई। मिट्टी परीक्षण से विद्युत चालकता पीएच मान अम्लीयता छारीयता जैविक कार्बन नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश आज की भूमि में उपलब्धता की जानकारी प्राप्त होती है। प्रत्येक 2 से 3 वर्ष में एक बार मिट्टी का परीक्षण करवाना चाहिए।

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