
गुरुग्राम। शुक्रवार को एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें एक महिला टीचर ने क्लास के दौरान LKG के दो बच्चों को चुप कराने के लिए उनके मुंह पर सेलोटेप लगा दिया। सेक्टर 37सी में नारायणा ई-टेक्नो स्कूल के क्लासरूम में इंस्टॉल सीसीटीवी कैमरे से इसका खुलासा हुआ। इस वीडियो को स्कूल के पूर्व कर्मचारी ने फेसबुक पर डाल दिया था जिसे हजारों लोगों ने देखा। इस प्राइवेट स्कूल में लगभग 800 स्टूडेंट्स हैं जिसमें नर्सरी से क्लास 8वीं के स्टूडेंट्स शामिल हैं। स्कूल अधिकारियों ने दावा किया है कि यह घटना डेढ़ महीने पहले हुई थी और इस क्लिप को देखने के बाद टीचर को तुरंत बर्खास्त कर दिया था।
शुक्रवार को लगभग सुबह सात बजे गिरीश पांडे ने इसे अपलोड किया था। वह स्कूल के सिक्योरिटी रूम में बैठा था जहां उसने सीसीटीवी मॉनिटर पर ये घटना देखी।
स्कूल प्रिंसिपल गुरु राज ने कहा, ‘मैं 4 साल की एक बच्ची और बच्चे के मुंह पर सेलोटेप चिपकी हुई देखकर हैरान था जो कि टीचर ने उन्हें क्लास में चुप करने के लिए चिपका दी थी।’
उन्होंने कहा कि टीचर के खिलाफ उन्होंने सख्त कार्रवाई की थी जब अक्टूबर ने पेरेंट्स ने शिकायत की थी।
वे कहते हैं कुछ बच्चे गांव से आते हैं और गंदी भाषा का प्रयोग करेत हैं। मैं यह नहीं कहता कि उस टीचर ने ऐसा नहीं किया। उसे इसकी सजा भी दी गई। उसे दो दिन में सस्पेंशन लेटर दे दिया गया।
दोनों बच्चों में से एक के पिता सुरेंदर शर्मा ने कहा, ‘मेरा बच्चा शैतान है और टीचर ने अनुशासन के तहत ये कदम उठाया था। उसने कहा था कि उसने बच्चों के मुंह में पेपर भरा था लेकिन उसमें कोई गम नहीं था।’
जिस शख्स ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया वह ट्रांसपोर्ट इन-चार्ज था। लेकिन दिवाली से ड्यूटी से अनुपस्थित था। प्रिंसिपल के मुताबिक वह स्कूल की साख खराब करना चाहता था। हमने उसे दो नोटिस दे दिए थे और उसे नौकरी से हटाने वाले थे।
सूत्रों के मुताबिक गिरीश पांडे को छह बसों का ध्यान रखना होता था। उसे कैम्पस में सिक्योरिटी रूम की जिम्मेदारी भी दी थी। वह सीसीटीवी कैमरा मॉनिटर करता था और किसी भी तरह की समस्या दिखने पर प्रिंसिपल को बताता थी। उसने यह घटना कैमरे में देखी और उसकी कॉपी निकाल ली।
पांडे का कहना है कि वह स्कूल के साथ अभी भी काम कर रहा है। उसके पिता को ट्यूमर है इसलिए अभी वह अपने होमटाउन में है।