
आचार संहिता लागू: बैनर-पोस्टर हटाने में जुटी नगर निगम टीम, घूंघट में आई जनप्रतिनिधियों के वाहनो की नेमप्लेट
Election आचार संहिता लागू होते ही बैनर-पोस्टर हटाने में नगर निगम टीम जुट गई। वहीं जनप्रतिनिधियों के वाहनो की नेमप्लेट घूंघट में आईं। नेमप्लेट को ढक दिया गया। तारीखों का ऐलान होते ही सोमवार से आदर्श आचार संहिता भी प्रभावी हाे गई। इसके साथ ही प्रशासनिक महकमा भी सक्रिय हो गया। सोमवार की दोपहर में आचार संहिता की घोषणा होते ही शाम को जिला, पुलिस और नगर निगम के अधिकारी सड़कों पर उतरे और जहां-तहां लगाए गए बैनर-पोस्टर हटवाने शुरू कर दिए। नगर निगम की टीम अभियान चलाकर देर रात तक बैनर-पोस्टर हटाने में जुटी रही।
वहीं आचार संहिता के साथ चुनाव की डेट घोषित होते ही महापौर, विधायक सहित तमाम जनप्रतिनिधियों को अलाट सरकारी वाहनों में लगी नेम प्लेट भी पर्दे में ढंक दी गई। महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू कार्यालय तो पहुंचे थे सरकारी वाहन से लेकिन गए निजी वाहन से। इसी तरह अन्य जनप्रतिनिधियों से भी वाहन सुविधा वापस ले ली गई।
संपत्ति विरूपण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर जिला प्रशासन और नगर निगम ने पुलिस के सहयोग से शहर की सड़क, चौराहों से लेकर बिजली के खंभो, सरकारी, निजी इमारतों पर लगे बैनर-वहीं दीवार व सार्वजनिक स्थानों पर लिखे गए स्लोगन आदि को मिटा दिया। संपत्ति विरूपण की कार्रवाई देर रात तक चलती रही। नगर निगम के अन्य क्रांति दल ने 500 से ज्यादा बैनर -पोस्टर निकाल कर निगम के वाहन में भर निगम परिसर पहुंचाए। वहीं लोगों से दोबारा सार्वजनिक स्थलों पर चुनाव प्रचार सामग्री न लगाने की हिदायत भी दी गई।